ये तस्वीरें हैं जो आम आदमी पार्टी की रणनीति का एक हद तक संकेत दे रही है। एक में केजरीवाल दिल्ली के लोगों को संबोधित कर रहे है। ये पुरानी तस्वीर है जब वो गिरप्तार नहीं हुए थे. दूसरी कल की उनकी पत्नी की है जब वो केजरीवाल का संदेश पढ रही थी. तस्वीर से क्या संकेत मिलता है. एक तो ये कि केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल भी जरूरत पडी तो मोर्चा संभाल सकती है। जिस अंदाज में सुनीता ने संदेश पढा उससे साफ है कि वो नई भूमिका के लिए तैयार है। तो क्या लालू यादव ने जिस तर्ज पर गिरफ्तारी के बाद राबडी देवी को सीएम बना दिया था उसी तर्ज पर केजरीवाल भी अपनी पत्नी को कमान सौंप सकते है। अगर ऐसा नहीं भी होता है तो इतना तय है कि सुनीता केजरीवाल की  आप में भूमिका में इजाफा होगा। वो अपनी आईआरएस की नौकरी से इस्तीफा पहले ही दे चुकी है. एक कयास ये भी लग रहा है कि अब अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल पार्टी में बडी भूमिका निभा सकती है.