कहने के लिए सिर्फ ये तस्वीर है. लेकिन इसके मायने कई हैं. तस्वीरों में बेशक किसी मॉडल की तस्वीर पर कालिख पोत दी है. लेकिन इस कालिख से आइने की तरह तालिबानियों का चेहरा साफ हो गया है. आखिर तालिबानी सोच क्या है. वे महिलाओं के प्रति क्या सोचते हैं. ये तस्वीरें न्यूज एजेंसी एएफपी के एक फोटोग्राफर ने काबुल में ली थी.
इन महिलाओं के चेहरे को बदनुमा करने से आइने की तरह साफ हो गई तालिबानी हुकूमत
Will atrocities against women increase or decrease under Taliban rule?
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19 Aug 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:03 PM)
ऊपर वाली तस्वीर काबुल के ब्यूटी सलून की है. यहां बाहर तालिबान का एक हथियारबंद लड़ाका महिलाओं की तस्वीरों को पार कर रहा है. इन तस्वीरों को बिगाड़ा गया है. तालिबान ने 20 सालों के बाद अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया है, अब वहां महिलाओं की सुरक्षा को लेकर तमाम सवाल खड़े है। महिलाओं के बिगाड़े गए पोस्टर एक गहरी चिंता को रेखांकित कर रहे हैं।
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तालिबान के 1996-2001 के शासन के दौरान, महिलाओं को काम करने और स्कूल जाने की अनुमति नहीं थी। उन्हें एक आदमी की उपस्थिति के बिना अपने घरों से बाहर निकलने पर भी रोक लगा दी गई थी और उन्हें अपने चेहरे को ढ़ंकने के लिए भी मजबूर किया गया था, जबकि तालिबान ने इस बार महिलाओं को और अधिक स्वतंत्रता देने का वादा किया है। लेकिन क्या वाकई तालिबान राज में महिलाओं की स्थिति सुधरेगी, इसको लेकर संदेह बरकरार है।
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