Ukraine Russia War : रूस के हमले के सामने यूक्रेन कितने दिन टिका रहेगा? यूक्रेन को आर्थिक रूप से कितना नुकसान उठाना होगा. लेकिन ऐसा नहीं है कि इस युद्ध में सिर्फ यूक्रेन को मुश्किलों को सामना करना पड़ेगा. असल में रूस को भी बड़ा नुकसान होगा. क्योंकि एक रिपोर्ट के अनुसार, रूस प्रतिदिन युद्ध पर 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च कर रहा है.
अगर रूस युद्ध पर हर दिन खर्च करता रहा इतने करोड़ तो ऐसे हो जाएगा कंगाल : रिपोर्ट में खुलासा
पूर्व डिफेंस मंत्री की रिपोर्ट में दावा, अगर रूस ऐसे ही युद्ध पर हर दिन खर्च करता रहा करोड़ों तो इतने दिन में होगा कंगाल Ukraine Russia war : Russia is spending crores on war can become pauper
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01 Mar 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:14 PM)
लिहाजा, अब जैसे-जैसे युद्ध बढ़ता जाएगा वैसे ही रूस का नुकसान बढ़ता जाएगा. जिसे लेकर रूस का उसी के देश में बड़ा विरोध हो सकता है. इसे लेकर हाल में एस्टोनिया के पूर्व डिफेंस मिनिस्टर रिहो टेरास ने एक रिपोर्ट तैयार की है.
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उन्होंने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि अगर युद्ध 10 दिन से ज्यादा चला तो रूस कंगाली के कगार तक पहुंच जाएगा. इनकी रिपोर्ट में कहा गया है कि रूसी हमले की असली वजह यूक्रेन को नाटो (NATO ) में जाने से रोकना था. इसके लिए रूस ने ये भी सोचा था कि कुछ दिनों के हमले में ही वो यूक्रेन को दबाव में ले लेगा और नाटो में जाने से रोक लेगा.
इसके लिए वो अपनी शर्तें मनवा लेगा. लेकिन अब युद्ध लंबा खींचता चला आ रहा है. ऐसे में पूर्व डिफेंस मिनिस्टर का ये भी दावा है कि अगर 10 दिनों से ज्यादा युद्ध चला तो व्लादिमीर पुतिन को समझौता करने के लिए मजबूर भी होना पड़ सकता है और ये वॉर का दांव उल्टा पड़ सकता है.
प्रति दिन रूस का वॉर पर 1.12 लाख करोड़ खर्च
रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि रूस को आर्थिक मौर्चे पर तमाम दबाव डाले जा रहे हैं. ऐसे में आर्थिक नुकसान बढ़ रहा है. इनकी रिपोर्ट में दावा है कि युद्ध पर हर दिन 1.12 लाख करोड़ रुपए खर्च हो रहा है. साथ ही रूस की करंसी रूबल भी कमजोर हो रही है.
पिछले महीने की तुलना में इस बार 10 प्रतिशत कमजोर हो चुकी है. रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया है कि पश्चिमी देशों ने रूस के साथ डॉलर-यूरो-पाउंड में बिजनेस को साफतौर पर बैन कर दिया है. ऐसे में रूबल की कीमत और गिर सकती है.
अब तक 4 दिन में ही 5 लाख करोड़ रुपये खर्च
एस्टोनिया के पूर्व डिफेंस मिनिस्टर की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रूस ने पिछले 4 दिनों के युद्ध में 5 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च कर चुका है. अब ये खर्च उसका और तेजी से बढ़ सकता है और आर्थिक नुकसान कई गुना ज्यादा रफ्तार से बढ़ सकता है.
क्योंकि युद्ध शुरू होने के 3 हफ्ते पहले से ही रूस में कंपनियों को नुकसान हो रहा था. अब शेयर मार्केट भी 10 फरवरी के बाद 40 प्रतिशत तक गिर चुका है. ऐसे में रूस की लिस्टेड कंपनियों को भी बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है.
इसके अलावा, एक अन्य रिपोर्ट में दावा किया है कि व्लादिमीर पुतिन के निशाने पर सिर्फ यूक्रेन ही नहीं है. नाटो में शामिल होने को लेकर विचार कर रहे पड़ोसी देशों जैसे फिनलैंड और स्वीडन पर भी रूस हमला कर सकता है.
अमेरिकी डिफेंस एक्सपर्ट ने किया ये दावा
रूस के यूक्रेन पर अटैक को लेकर अमेरिकी डिफेंस एक्सपर्ट्स ने दावा किया है कि अगर ये वॉर एक महीना खिंच गया तो रूस को बड़ा नुकसान होगा. रूस को इससे फायदा तो काफी कम होगा लेकिन नुकसान ना सिर्फ सरकार को बल्कि आम लोगों तक होगा. खासतौर पर कारोबारियों को सीधे नुकसान होगा.
इन एक्सपर्ट का दावा है कि कीव और खारकीव में यूक्रेन को मजबूती से लड़ने के लिए कुछ देशों ने हथियारों की सप्लाई शुरू कर दी है. क्योंकि कई देश ये चाहते हैं कि रूस को ज्यादा दिनों तक रोके रखा जाए. इससे रूस की आर्थिक हालत खुद ही खराब हो जाएगी.
28 फरवरी को कीव इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि नेशनल बैंक को 33 मिलियन डॉलर का दूसरे देशों से आर्थिक सपोर्ट मिला है. इन पैसों से यूक्रेन युद्ध के मोर्चे पर काफी मजबूत होगा और रूस को रोकने में काफी हद तक सफल होगा.
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