Gym से शुरू इश्क का खौफनाक अंत, पहले पति का Accident करवाया, बच गया तो ढाई महीने बाद गोली मरवा दी

Panipat Murder Case: पुलिस ने करीब ढाई साल की तफ्तीश के बाद एक कारोबारी की हत्या में सनसनीखेज खुलासा किया और हत्या के सिलसिले में कारोबारी की पत्नी और उसके बॉयफ्रेंड को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को इस तफ्तीश का सुराग मिला था ऑस्ट्रेलिया से आए एक Whatsapp मैसेज से। बीवी ने Boyfriend संग रची साजिश, पहले पति का Accident कराया , बचा तो ढाई महीने बाद गोली मारकर हत्या करवाई। Businessman’s murder revealed after 30 months

CrimeTak

18 Jun 2024 (अपडेटेड: Jun 18 2024 2:56 PM)

follow google news

Panipat, Haryana: साल 2021 का आखिरी महीना चल रहा था, तभी एक खबर सुर्खियों में छा गई क्योंकि हरियाणा के एक बड़े कारोबारी (Businessmen) की गोली मारकर हत्या की गई थी। हैरानी की बात ये थी कि करीब ढाई महीने पहले ही इसी कारोबारी का पानीपत में परमहंस कुटिया (Paramhans Kutia) के पास एक भयानक एक्सीडेंट (Accident) भी हुआ था, जिसमें उसकी दोनों टांगे टूट गई थीं। उस कारोबारी का नाम था विनोद भराड़ा। जो 'हारट्रोन कंप्यूटर सेंटर' चलाता था। मगर इस बार उसे उसके ही कमरे में घुसकर उसके सिर और कमर में गोली मारी गई थी।

Murder Mystery

मामला बेहद संगीन देखकर और एक कारोबारी की हत्या की मिस्ट्री को पुलिस ने इसे गहराई से जाकर सुलझाने का इरादा किया। और पूरे ढाई साल के बाद पुलिस जिस नतीजे और खुलासे के साथ सामने आई, उसने सभी को हैरत में डाल दिया। कारोबारी विनोद भराड़ा की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि खुद उसकी पत्नी ने करवाई थी और वो भी 10 लाख की सुपारी देकर। 

पानीपत में कारोबारी की हत्या के सिलसिले में पुलिस ने पत्नी को गिरफ्तार किया

एक Whatsapp Massage से मिला सुराग

पुलिस का ये खुलासा बेहद चौंकानेवाला और हैरतअंगेज है। पुलिस को इस नतीजे तक पहुँचने में ढाई साल का वक्त लगा लेकिन उन्हें इस नतीजे की तरफ चलने के लिए मजबूर किया था एक वॉट्सऐप मैसेज (Whatsapp Massage) ने। वो वॉट्सऐप मैसेज आया था ऑस्ट्रेलिया से। ये मैसेज था विनोद के भाई का जो ऑस्ट्रेलिया में रहता है। असल में विनोद के भाई ने जब पुलिस से अपने भाई की हत्या के सिलसिले में ताजा अपडेट जानना चाहा तो पुलिस की तरफ से जवाब गया था कि इस हत्या के मामले में आरोपी देव सुनार पकड़ा जा चुका है और वो पानीपत जेल में बंद है यहां तक कि उसका कोर्ट में चालान भी पेश किया जा चुका है। तब उस विनोद के भाई ने इशारा किया था कि इस हत्या में किसी और के भी शामिल होने का शक है। 

शक की बुनियाद पर शुरू तफ्तीश

बस पुलिस को जैसे ही शक की बू महसूस हुई, उसने अपने तरीके से छानबीन शुरू की। पुलिस ने तफ्तीश के दौरान पाया कि वाकई उस मैसेज में बात थी क्योंकि कुछ ऐसी संदिग्ध हरकतें ऐसी नजर आईं जिसने केस को गहराई से खंगालने के लिए पुलिस को मजबूर कर दिया। पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत ने बताया कि दिसंबर 2021 को जब वीरेंद्र ने पुलिस को अपनी शिकायत में बताया था कि उनका भतीजा विनोद सुखदेव नगर में हॉरट्रोन नाम से कंप्यूटर सेंटर चलाता था।

कारोबारी विनोद और उसकी बीवी निधि

अक्टूबर में करावाया था Accident

5 अक्तूबर 2021 की शाम विनोद परमहंस कुटिया के गेट पर बैठा था, तभी पंजाब नंबर की एक गाड़ी ने उसे सीधे टक्कर मारी थी। इस हादसे में विनोद की दोनों टांगे टूग गई थीं। इसके बाद गाड़ी के ड्राइवर के खिलाफ FIR दर्ज करवाई गई थी। इसके बाद भंटिंडा का रहने वाला आरोपी देव सुनार उर्फ दीपक गिरफ्तार कर लिया गया था। इस हादसे के करीब 15 दिन बाद देव सुनार समझौते के लिए विनोद के पास आया पर लेकिन विनोद ने समझौता करने से मना कर दिया था, जिससे खफा होकर देव सुनार उसे अंजाम भुगतने की धमकी देकर चला गया था। 

घर में घुसकर मारी गोली

देव सुनार 15 दिसंबर 2021 को देसी पिस्तौल लेकर सुमित के घर पर आया और अंदर घुसकर दरवाजा बंद कर कुंडी लगा दी। यह देख विनोद की पत्नी निधि ने शोर मचाया तो चाचा वीरेंद्र अपने बेटे यश और पड़ोसी के साथ विनोद के घर पहुंचे। उन्होंने दरवाजा खुलवाने की कोशिश की।  इस दौरान उन्होंने खिड़की से देखा कि आरोपी देव सुनार ने विनोद को बेड से निचे गिराकर कमर व सिर में गौली मार दी। इसके बाद सभी ने आरोपी देव सुनार को मौके पर ही काबू कर पुलिस के हवाले कर दिया था। वो खुन से लथपथ अपने भतीजे विनोद को अस्पताल लेकर पहुंचे. जांच के बाद डॉक्टरों ने विनोद को मृत घोषित कर दिया। 

10 लाख रुपये में दी पति की हत्या की सुपारी

ऑस्ट्रेलिया से आया WhatsApp मैसेज

यहां तक तो पुलिस को वीरेंद्र ने ही पूरा किस्सा बताया था। लेकिन पुलिस की तफ्तीश इसके बाद शुरू हुई। पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत के मुताबिक कि आरोपी देव सुनार तो पानीपत जेल बंद था। उसका कोर्ट में चालान भी पेश किया जा चुका था। लेकिन कुछ रोज पहले मरने वाले विनोद भराड़ा के भाई का एक WhatsApp मैसेज ऑस्ट्रेलिया से आया, जिसमें उन्होंने इस हत्या में कुछ और लोगों के भी शामिल होने का शक जाहिर किया। तब पुलिस ने गंभीरता से लिया और सीआईए थ्री प्रभारी इंस्पेक्टर दीपक कुमार को दिशा निर्देश देकर जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई। कोर्ट से अनुमति लेकर इस केस की जांच फिर से शुरू की गई। तफ्तीश शुरू हुई तो कई पन्ने एक साथ खुलते चले गए। 

मोबाइल से मिलते गए सुराग

तहकीकात के दौरान ये खुलासा हुआ कि जिस आरोपी देव सुनार ने अपनी गाड़ी से विनोद को सीधी टक्कर मारी थी उसकी जान पहचान सुमित नाम के लड़के से थी। और सुमित की जानपहचान मरने वाले विनोद भराड़ा की पत्नी निधि से बातचीत के सबूत मोबाइल के रिकॉर्ड से मिल गए। तब पुलिस ने इस मामले को और गहराई से खंगाला। पता चला कि सुमित उर्फ बंटू पानीपत में एक जिम में ट्रेनिंग दिया करता था। उसी जिम में विनोद की पत्नी निधि भी जाती थी। इसी दौरान दोनों की दोस्ती हो गई और दोनों की नजदीकियां बढ़ गईं। इस बात का पता जब विनोद को लगा तो उसने ऐतराज जताया। यहां तक कि उसने सुमित को झाड़ लगाई और अपनी बीवी निधि से झगड़ा तक करने लगा। ये सिलसिला अब रोज की बात हो गई तब निधि ने विनोद को ही रास्ते से हटाने के लिए सुमित के साथ मिलकर प्लानिंग की। 

बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर रची थी पति की हत्या की साजिश

ट्रक ड्राइवर को दी सुपारी

सुमित उर्फ बंटू ने अपने किसी जानकार की मदद से ट्रक ड्राइवर देव सुनार उर्फ दीपक से मुलाकात की। उसे 10 लाख रुपये नकद देकर विनोद की हत्या के लिए राजी कर लिया। इसके बाद बंटू ने ही देव सुनार को पंजाब नंबर की एक लोडिंग पिकअप गाड़ी दिलवाई। देव सुनार ने 5 अक्तूबर 2021 को विनोद को जान से मारने की गरज से गाड़ी से सीधी टक्कर विनोद को मार दी। मगर इस हादसे में विनोद की टांगे तो चली गईं लेकिन जान बच गई। पुलिस ने देव सुनार को गिरफ्तार कर लिया। 

Killer की जमानत करवाई

इसके बाद निधि और सुमित ने मिलकर देव सुनार की जमानत करवाई। एक बार फिर उसे हत्या करने के लिए तैयार कर लिया। इस बार देव को एक पिस्तौल और कैश दिया। इतना ही नहीं काम हो जाने की सूरत में और भी रुपये देने का लालच दिया। प्लान ये था कि देव सुनार माफी मांगने के बहाने विनोद भराड़ा के घर में घुसेगा और वहीं गोली मार देगा। उसने ठीक वैसा ही किया और 15 दिसंबर 2021 को घर में घुसकर विनोद भराड़ा की गोली मारकर हत्या कर दी। लेकिन वहीं मौके से पकड़ा गया और देव सुनार को हत्या के इल्जाम में जेल भेज दिया गया। 

गवाही से पलटी बीवी

देव सुनार के जेल जाने के बाद सुमित उर्फ बंटू उसका कैस और उसके घर का सारा खर्च खुद ही देने लगा। इसी प्लान के तहत निधि भी इसी साल मार्च में अदालत में अपनी पिछली गवाही से मुकर गई और देव सुनार को पहचानने से ही इनकार कर दिया। मिले सबूत और सुराग के आधार पर पुलिस ने 7 जून को सुमित उर्फ बंटू को गोहाना के सेक्टर 11/12 की मार्केट से हिरासत में लिया और कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपना सारा गुनाह कुबूल कर लिया साथ ही सारा सच पुलिस को सुना दिया।

मर्डर के तीन साल बाद बीवी अपने बयान से पलटी

बॉयफ्रेंड का कबूलनामा

सुमित ने ही बताया कि साजिश के तहत उसने और निधि ने देव सुनार से विनोद का पहले एक्सिडेंट से मारने की सुपारी दी थी लेकिन जब वह इसमें बचा गया तो विनोद को गोली मारकर हत्या करवा दी। पुलिस ने निधि और उसके प्रेमी सुमित को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ के दौरान दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। 

सारा Plan रकम हड़पने का

पुलिस का खुलासा यही है कि निधि और उसके बॉयफ्रेंड का मकसद न सिर्फ विनोद के कारोबार को हथियाना था बल्कि उसकी करोड़ों की प्रॉपर्टी और करोड़ों के बीमा की रकम को हड़पने के लिए ये सारा प्लान किया था मगर अब सारा राज फाश हो चुका है। 
 

    यह भी पढ़ें...
    follow google newsfollow whatsapp