महंत नरेंद्र गिरि की सुरक्षा में तैनात इस सिपाही की मठ के पास वाली सोसायटी में करोड़ों के फ्लैट! आनंद गिरि ने बताया था राज़दार

The story of this constable ajay singh posted under the protection of Mahant Narendra Giri is shocking.

CrimeTak

23 Sep 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:05 PM)

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महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध हालात में हुई मौत को लेकर सस्पेंस बना हुआ है. सुसाइड नोट के बाद ये माना जाने लगा था कि मामला आत्महत्या का ही है. लेकिन अब महंत नरेंद्र गिरि के शव को फंदे से उतारने के बाद का सामने आए वीडियो से मामला फिर से उलझ गया है.

सवाल एक बार फिर से उठने लगा है कि आखिर ये आत्महत्या है या फिर कोई गहरी साज़िश. इस बीच, आरोपों के घेरे में आए प्रमुख आरोपी आनंद गिरि ने महंत नरेंद्र गिरि की सुरक्षा में लगे एक सिपाही अजय सिंह पर सवाल उठाया था.

ये दावा किया गया था कि वो सिपाही महंत नरेंद्र गिरि का खास राज़दार है. इसके बाद सिपाही अजय सिंह से भी पुलिस की विशेष टीम SIT ने पूछताछ की थी. साथ ही महंत की मौत के बाद से उनकी सुरक्षा में तैनात सभी पुलिसकर्मियों को हटा दिया गया है. सिपाही अजय सिंह भी उन्हीं सुरक्षाकर्मियों में शामिल रहा है.

अजय सिंह का महंत नरेंद्र गिरि से ख़ास कनेक्शन

क्राइम तक की पड़ताल में कुछ ऐसी बातें सामने आई हैं जो बताती है कि सिपाही अजय सिंह का ख़ास कनेक्शन रहा है. दरअसल, बाघंबरी मठ के पास ही एक हाईराइज सोसायटी है. उस सोसायटी का नाम है संगम. इस सोसायटी की जमीन एक समय में मठ का हिस्सा थी. मठ की ज़मीन नरेंद्र गिरी ने बेंच दी थी और अब यहां एक आलीशान सोसायटी है.

इस सोसायटी में कुल 189 फ़्लैट हैं. अब चौंकाने वाली बात ये है कि इसी सोसायटी में सिपाही अजय सिंह का एक फ़्लैट भी है. जिसकी क़ीमत 90 लाख बताई जा रही है. सिर्फ़ एक फ्लैट ही नहीं बल्कि सिपाही के इस सोसायटी में 2-3 फ़्लैट होने की बात सामने आई है. अब ये सिर्फ एक इत्तेफाक है या फिर कुछ और. इसकी एसआईटी भी जांच कर रही है.

सोसायटी की प्रेसिडेंट सिपाही की बीवी

अब इस सोसायटी का प्रेसिडेंट कौन है? इस बारे में पड़ताल की तो सामने आया कि सिपाही अजय सिंह की पत्नी बंदना सिंह सोसायटी की प्रेसिडेंट हैं. अब ये दूसरा इत्तेफ़ाक़ निकला. सोसायटी के गेट पर ही एक बोर्ड लगा है जिस पर प्रेसिडेंट बंदना सिंह लिखा हुआ है.

इस सोसायटी में रहने वाले लोग बताते हैं कि सिपाही अजय सिंह महंत नरेंद्र गिरि की सुरक्षा में साल 2004 से तैनात थे. उस फ़्लैट की क़ीमत 90 लाख रुपये है. अब ये सभी संयोग हैं या कोई साज़िश का हिस्सा. क्योंकि एक सिपाही के नाम पर करोड़ों की संपत्ति और वो भी ठीक मठ के पास वाली सोसायटी में आख़िर कैसे?

क्योंकि सुरक्षा में तो कई पुलिसकर्मी तैनात थे लेकिन उनके फ्लैट नहीं मिले. जिस पर आनंद गिरि ने सवाल उठाए उसी का कनेक्शन जुड़ा मिला है. ये भी पता चला है कि सिपाही अजय सिंह की तैनाती प्रयागराज पुलिस में नहीं थी लेकिन फिर भी महंत की सुरक्षा में सबसे खास था. जबकि दूसरे जिले में तैनात पुलिसकर्मी को इस तरह अन्य जिले में ऐसे किसी की सुरक्षा में नहीं लगाया जाता है.

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