मंगलवार को एक वीडियो सामने आया जहां एक शख्स को हेलिकॉप्टर पर लटकाया गया था, ये वीडियो सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रहा है। सोशल मीडिया पर दावा किया गया कि अमेरिकी सेना (American Forces) की वापसी के बाद एयरपोर्ट के ऊपर एक हेलिकॉप्टर उड़ रहा था, जिसपर एक शख्स लटका हुआ था। दावा किया गया कि तालिबान द्वारा इस शख्स को अमेरिकी सेना की मदद करने की सजा दी गई है। अंतरराष्ट्रीय मीडिया में किए जा रहे इस दावे से उलट अफगानिस्तान के पत्रकारों ने इस वायरल वीडियो की अलग सच्चाई पेश की है।
हेलिकॉप्टर पर झंडा लगाने के लिए लटका हुआ था ! सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था हेलिकॉप्टर पर लटके शख्स का वीडियो
Helicopter पर उल्टा लटके तालिबानी की video सोशल मीडिया पर हुई वायरल, बाद में पता चला झंडा लगाने के लिए लटका हुआ था, Read more latest crime news in Hindi, crime stories on CrimeTak.
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01 Sep 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:04 PM)
क्या कहा अफगानिस्तान के पत्रकारों ने
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जो शख्स लटका था, वो तालिबानी था
झंडा लगाने के लिए लटका हुआ था
जिस हेलिकॉप्टर पर ये शख्स लटका हुआ था, वह अमेरिकी हेलिकॉप्टर हॉक था। सोशल मीडिया पर तालिबानी सजा को लेकर किए जा रहे दावों से अलग जब स्थानीय पत्रकारों ने इस वीडियो की सच्चाई बताई तो हर कोई हैरान हो गया। जो शख्स हेलिकॉप्टर पर लटका हुआ है, वह करीब 100 मीटर ऊंचा झंडा लगाने का काम कर रहा था। यानी उसे कोई सजा नहीं दी जा रही थी। लटका हुआ शख्स एक तालिबानी ही है, जो कि झंडा लगाने के लिए लटका हुआ था। हेलिकॉप्टर की मदद से उसे लटकाया गया, ताकि इतनी ऊंचाई पर आसानी से झंडा लगाया जा सके। हालांकि, शख्स द्वारा की गई कोशिश में वह सफल नहीं हो पाया था।
वीडियो काबुल एयरपोर्ट का नहीं, बल्कि कंधार के गवर्नर ऑफिस का है
अमेरिकी पत्रकार द्वारा साझा की गई वीडियो का जवाब देते हुए अफगान पत्रकार बिलाल द्वारा ट्वीट किया गया है कि जो शख्स हेलिकॉप्टर उड़ा रहा है, उसे अमेरिका और यूएई में ही ट्रेनिंग मिली है। वीडियो में एक तालिबानी लड़ाका है, जो झंडा लगाने की कोशिश कर रहा है लेकिन वो उसमें सफल नहीं हो पाया। दरअसल, वायरल वीडियो में ऐसा दिखाई पड़ रहा है कि शख्स को रस्सी से हेलिकॉप्टर पर लटकाया गया है। लेकिन वीडियो को ज़ूम कर करीब से देखेंगे, तो दिखाई पड़ता है कि शख्स को बांधा गया है, ताकि वह झंडा लगा सके। अफगान पत्रकारों द्वारा भी इसी तरह का दावा किया गया है। साथ ही ये वीडियो काबुल एयरपोर्ट का ना होकर कंधार के गवर्नर ऑफिस का है, जहां पर झंडा लगाया जा रहा था।
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