सबसे पहले ये वीडियो देख लीजिए आगे की कहानी इसके बाद...
तालिबानी ले उड़े अमेरिकी ब्लैक हॉक हेलिकॉप्टर?
taliban fighters flying American black hawk in afghanistan kandahar governor office
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30 Aug 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:04 PM)
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अमेरिकी हेलीकॉप्टर को ये कौन उड़ा रहा है?
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद पहली बार कंधार के गवर्नर हाउस में एक ब्लैक हॉक हेलिकॉप्टर की लैंडिंग हुई है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया में खूब शेयर भी किया जा रहा है। लोग सवाल पूछ रहे हैं कि इस हेलिकॉप्टर को कौन उड़ा रहा है? क्या तालिबान लड़ाके इतने ट्रेंड हैं कि वे अमेरिका के इस सबसे प्रसिद्ध हेलिकॉप्टर को ऑपरेट कर पाएं। इससे पहले भी कई वीडियो और तस्वीरों में तालिबान लड़ाके अफगान सेना के हेलिकॉप्टर्स और जहाजों के साथ नजर आ चुके हैं।
गवर्नर हाउस पर तालिबान का कब्जा
कंधार के गवर्नर हाउस पर अभी तालिबान का कब्जा है। ऐसे में इस बात की बेहद कम संभावना है कि अमेरिकी सैनिक इस हेलिकॉप्टर को ऑपरेट कर रहे हों। अगर नीचे तालिबान है तो अमेरिका के अपने हेलिकॉप्टर उतारने का कोई मतलब नहीं बनता। ऐसे में अगर तालिबान का कोई लड़ाका अत्याधुनिक तकनीक से लैस हेलिकॉप्टर को उड़ा रहा है तो यह पूरी दुनिया के लिए चिंता की बात है।
अफगान सेना को दिया गया था अमेरिकी हेलिकॉप्टर
अमेरिका ने आतंकवाद के खिलाफ युद्ध के दौरान अफगान सेना को अरबों डॉलर के हथियार दिए थे। इसमें हवाई जहाज, इंबरर इएमबी 314 सुपर टुकानों लाइट एयरक्राफ्ट, ब्लैक हॉक हेलिकॉप्टर, एमडी-530एफ हेलिकॉप्टर, सेसना 208 जहाज, बेल यूएच-1 हेलिकॉप्टर शामिल थे। ये सब अब तालिबान के कब्जे में हैं। हालांकि, एक्सपर्ट की राय है कि तालिबान के पास इन्हें उड़ाने की काबिलियत नहीं है।
तालिबानियों ने बिना ट्रेनिंग कैसे उड़ाया हेलिकॉप्टर?
अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि तालिबान ने भले ही इन हेलिकॉप्टर और जहाजों पर कब्जा कर लिया है। लेकिन, बिना मेंटीनेंस के इन्हें उड़ाया नहीं जा सकता है। अफगान वायुसेना के ये हेलिकॉप्टर और हवाई जहाज मेंटिनेंस के बिना जमीन पर केवल शो पीस ही बनकर रह जाएंगे। लेकिन, ताजा वीडियो ने दुनिया की चिंता बढ़ा दी है।
तालिबान के पास बिलियन डॉलर के अमेरिकी हथियार
अमेरिकी अधिकारियों का दावा है कि तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद करीब 28 बिलियन डॉलर के हथियारों को जब्त किया है। ये हथियार अमेरिका ने 2002 और 2017 के बीच अफगान बलों को दिया था। एक अधिकारी ने नाम न छापने के शर्त पर बताया कि जो हथियार नष्ट नहीं हुए हैं वे अब तालिबान के कब्जे में हैं।
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