आपको बताते चलें कि स्वीडन की हथियार कंपनी saab AB अपने हथियारों की वजह से दुनिया भर में मशहूर है। saab AB ही जस ग्रिपन फाइटर जैट बनाती है जो बेहतरीन लड़ाकू विमानों में से एक माने जाते हैं।
खुलासा: अफ़ग़ानिस्तान में लोगों को क़त्ल कर अपने विमान की मार्केटिंग करना चाहती थी स्वीडिश कंपनी
Afghanistan में अपने planes यूज़ करके स्वीडन की saab AB लोगों के खून को मार्केटिंग में इस्तेमाल करने की प्लानिंग में थी, अफगानिस्तान में जुल्मों की दास्ताने बाहर आई, read more crime news on CrimeTak.
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30 Aug 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:04 PM)
अमेरिका पर हुए 9/11 हमले के बाद से ही स्वीडन के सैनिक अफगानिस्तान में तैनात थे। लीक हुई केबल के मुताबिक स्वीडन की सेना चाहती थी कि स्वीडन के ग्रिपन लड़ाकू विमान को अफगानिस्तान में लड़ने के लिए भेजा जाए। स्वीडिश सेना चाहती थी कि ग्रिपन लड़ाकू विमान वहां पर दुश्मनों के ठिकानों पर बमबारी करे।
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इसके पीछे की असल वजह दुश्मन से लड़ाई करने से ज्यादा ग्रिपन विमानों की COMBAT POWER की मार्केटिंग करना था। स्वीडन सेना चाहती थी कि ग्रिपन लड़ाकू विमान अफगानिस्तान में बमबारी करे जिसकी मार्केटिंग हथियारों के सौदे के दौरान saab AB कंपनी को करनी थी।
वो लड़ाकू विमान खरीदने वाले देशों को अफगानिस्तान में विमान की बमबारी और उसके लक्ष्यों के भेदने की क्षमता के बारे में बताना चाहते थे। यहां पर स्वीडन के ग्रिपन विमान को इस बात का फायदा था कि तालिबान की तो कोई एयरफोर्स थी नहीं लिहाजा ग्रिपन विमानों पर कोई हमला हो नहीं सकता था लेकिन वो बिना झिझक एक असली जंग में दुश्मन को अपना निशाना बनाना चाहते थे।
ये केबल साल 2008 की है जब इस तरह का प्रोपोजल अमेरिका की ओर से स्वीडन को दिया गया था लेकिन स्वीडन इन विमानों का इस्तेमाल अफगानिस्तान में नहीं कर पाया। हालांकि इस खुलासे से हर कोई हैरान है कि आखिर कैसे इंसानी जानों की फिक्र किए बिना अफगानिस्तान की धरती और वहां के लोगों के खून को विमान कंपनी की मार्केटिंग में इस्तेमाल किए जाने की प्लानिंग थी।
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