Shraddha Murder: दिल्ली में श्रद्धा मर्डर केस की गुत्थी सुलझाते समय पुलिस (Police) ने आरोपी आफताब को गिरफ्तार किया। आरोपी आफताब (Aftab) ने ये बात कुबूल भी कर ली कि उसने मर्डर (Murder) किया और कैसे मर्डर किया इसके बारे में भी आफताब ने पुलिस को बताया, उसने पुलिस के सामने ये भी कुबूल किया कि अमेरिकी वेब सीरीज 'Dexter' देखकर ही उसने इस वारदात को इतने संगीन तरीके से अंजाम दिया।
Shraddha Murder: श्रद्धा की तरह वेब सीरीज 'Dexter' देखकर ही दुनिया भर में हो चुके हैं ये तीन मर्डर
Shraddha Murder: दिल्ली में श्रद्धा मर्डर केस जिस अमेरिकी वेब सीरीज Dexter को देखकर अंजाम दिया गया, उसी वेब सीरीज को देखकर दुनिया में तीन और खौफनाक मर्डर (Murder) की कहानी सामने आ चुकी है।
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15 Nov 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:30 PM)
लेकिन ये पहला मौका नहीं है जब कातिलों ने इसी अमेरिका की बेब सीरीज से अपने शिकार को मारने और सबूत मिटाने के लिए आयडिया चुराया है। डेक्सटर वेब सीरीज के सीजन वन से अब तक कई कातिलों ने ऐसी ही संगीन वारदातों को अंजाम दिया।
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इंटरनेट में खंगालने पर पता चला कि अब तक पूरी दुनिया में कम के कम चार ऐसे केस सामने आ चुके हैं जिसमें इसी डेक्सटर वेब सीरीज के सहारे न सिर्फ अपने शिकार का काम तमाम किया बल्कि सबूतों को मिटाकर पुलिस की जांच और फॉरेंसिक तफ्तीश को भी भटकाने की कोशिश की। लेकिन अभी तक ऐसा एक भी क़िस्सा सामने नहीं आया है कि वेब सीरीज की ही तरह असल जिंदगी में कोई कातिल क़ानून के शिकंजे से बच पाया हो।
American Web Series: अमेरिका की वेब सीरीज डेक्सटर से आइडिया लेकर कत्ल करने का सबसे पहला मामला कनाडा से सामने आया था। जब साल 2011 के दौरान कनाडा के एक फिल्म मेकर को पुलिस ने गिरफ्तार किया था और करीब तीन साल पुराने क़त्ल के एक किस्से को सुलझाने में कामयाबी हासिल की थी। उस किस्से में कनाडा के फिल्म मेकर मार्क एंड्रयू ट्वीशेल असली किरदार बनकर सामने आए।
कनाडा के 38 साल के इस फिल्म मेकर को पुलिस ने एक संगीन और फर्स्ट डिग्री हत्या के मामले में गिरफ्तार किया था। पुलिस की तफ्तीश के मुताबिक मार्क एंड्रयू ट्वीशेल ने अपने शिकार को साल 2008 में मारा था।
और उसी डेक्सटर वेब सीरीज की तर्ज पर अपने शिकार की लाश को टुकड़ों में काटने के बाद ट्वीशेल ने छोटे छोटे टुकड़ों को कूड़े वाली पॉलीथिन में पैक किया और उन्हें शहर की सबसे बड़ी सीवर लाइन में बहा दिया था।
खुद अदालत ने फैसला देते वक़्त महसूस किया था कि ट्वीशेल खुद को ठीक उसी तरह से पेश करने की कोशिश में था जैसा वेब सीरीज का किरदार ज़माने के सामने पेश होता था। यहां तक कि मीडिया में छपी रिपोर्ट में भी ट्वीशेल को डेक्सटर मॉर्गन के तौर पर लिखा जा रहा था।
इस केस का सबसे चौंकाने वाला पहलू ये था कि ट्वीशेल ने इस कत्ल से पहले बाकायदा एक रीक्रिएशन किल रूम तक तैयार किया था जहां वो अपने काल्पनिक किरदारों के साथ कत्ल की बाकायदा प्रेक्टिस करने के बाद सबूत मिटाने का रिहर्सल किया करता था।
इसी डेक्सटर सीरीज की ही तर्ज पर साल 2014 में एक कत्ल का क़िस्सा सामने आया था अमेरिका से। एक अमेरिकी किशोर इस सीरीज से इस कदर प्रभावित हुआ कि उसने अपनी 17 साल की गर्लफ्रेंड का कत्ल करके उसके लाश के टुकड़े करके उन्हें ठिकाने लगाया था। अदालत ने उसे 25 साल की क़ैद की सज़ा सुनाई थी।
लेकिन इससे भी पहले नॉर्वे में साल 2011 में 28 साल के शमरेज खान को पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जिसने एक पाकिस्तानी महिला फाइजा अशरफ का कत्ल करवाने के लिए एक भाड़े के क़ातिल हेवर्ड नायफ्लोत को सुपारी दी थी।
पुलिस के सामने शमरेज खान ने इस बात को कबूल भी किया था कि वो इसी वेब सीरीज डेक्सटर से इस कदर प्रभावित हुआ था कि वो अपनी आंखों के सामने पाकिस्तानी महिला को कत्ल कराना चाहता था और उसका भी उसी तरह का हश्र करना चाहता था, जैसा सीरीज में कत्ल के बाद किया जाता है। इत्तेफाक से उसका ये प्लान कामयाब नहीं हो सका था।
साल 2013 में एक शोध में इस बात का ज़िक्र किया गया था कि इस तरह के खूनी सीरीज का बच्चों के मनोविज्ञान पर बुरा असर पड़ता है।
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