4 दिन तक 2 बच्चों के साथ समुद्र में तैरती रही मां,बच्चों को ज़िंदा रखने के लिए खुद का यूरीन पी बच्चों को पिलाया दूध

Shipwrecked mother saves children by breastfeeding them but dies of dehydration

CrimeTak

01 Oct 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:06 PM)

follow google news

वेनेजुएला में भी मां की एक ऐसी ही मिसाल सामने आई है। यहां पर 3 सितंबर को वेनेजुएला से ला टॉर्टुगा घूमने के लिए एक शिप निकला जिसमें 9 लोग सवार थे। इस शिप में बाकी लोगों के अलावा 40 साल की मैरिली चाकोन अपने दो बच्चों के साथ सवार थी जिनकी उम्र 6 और 2 साल थी। बेटे की उम्र 6 साल थी जबकि बेटी 2 साल की थी। साथ में पति और इन बच्चों की आया वेरोनिका भी थी।

कैरिबियाई इलाके में इस शिप के साथ एक हादसा पेश आया, तेज लहरों से टकराकर जहाज टूट गया। इस दौरान जहाज का कुछ हिस्सा डूब गया । ऐसे में मैरिली तुरंत अपने दोनों बच्चों और आया के साथ लाइवबोट में सवार हो गई। मैरिली को अपनी बच्चों की फिक्र लगी हुई थी और वो नहीं चाहती थी कि बच्चों का जरा भी नुकसान पहुंचे।उसने एक बहादुर मां की तरह बच्चों को हर खतरे से बचाने की ठान ली।

बीच समुद्र में बच्चों का भूख की वजह से हाल बेहाल था। खाने के लिए भी कुछ मिल नहीं रहा था। मैरिली को लगने लगा था कि बच्चे समुद्र में डूबने से भले ही बच जाएं लेकिन भूख से इनका बच पाना मुश्किल है। लिहाजा मैरिली ने अपना ही यूरीन पीना शुरु कर दिया ताकि उसके शरीर में पानी की कमी ना हो और दूध लगातार बनता रहे।

अपने बच्चों की भूख को शांत रखने के लिए मैरिली ने 4 दिन तक अपने बच्चों को स्तनपान कराया। चार दिन तक जिंदगी और मौत के बीच जद्दोजहद चलती रही। मां मैरिली बच्चों को दूध पिलाकर जिंदा रखने में कामयाब रही। लेकिन जब तक उनके पास रेस्क्यू टीम पहुंची तब तक मां की जान जा चुकी थी। 25 साल की वैरोनिका ने आइस बॉक्स के सहारे अपनी जान बचाई।

रेस्क्यू टीम के मुताबिक उनके वहां पहुंचने से पहले ही मां की जान पानी की कमी होने की वजह से चली गई थी। वहीं बच्चे और उनके साथ नैनी को भी डिहाइड्रेशन हो गया था। चार दिन तक तेज धूप में रहने की वजह से उनका शरीर काफी जल चुका था। तीनों में पानी की जबरदस्त कमी थी। जब इन बच्चों को बचाया गया तब वो अपनी मां के शव के साथ चिपके हुए थे। मैलिनी का शव रेस्कूय टीम को लाइफ बोट के अंदर ही मिला।

मैरिली के पति और बच्चों के पिता का भी इस हादसे का बाद पता नहीं है। ऐसे में बच्चों ने अपनी मां को तो खो ही दिया पिता के मिलने के आसार भी कम ही नजर आते हैं। 11 सितंबर को मैरिली का अंतिम संस्कार कर दिया गया। वेनेजुएला के लोग इस घटना के बाद स्तब्ध है और लोग मैरिली की आत्मा की शांति के लिए दुआ कर रहे हैं।

    यह भी पढ़ें...
    follow google newsfollow whatsapp