पुलिस किलर को ढूंढ रही थी मगर वो तो सीरियल किलर निकला! 4 नाबालिग लड़कियों की मर्डर मिस्‍ट्री

फरीदाबाद पुलिस (Faridabad Police) जिस किलर को ढूंढ रही थी मगर वो तो सीरियल किलर निकला, Read more crime news in Hindi, murder case, and viral video (वायरल विडिओ) on CrimeTak.in

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11 Jan 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:12 PM)

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Faridabad Crime News

31 दिसंबर को फरीदाबाद के सेक्टर 17 की झाड़ियों में मिली लाश की तफ्तीश के दौरान पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार तो कर लिया लेकिन पूछताछ के दौरान उसने जो खुलासे किए उससे पुलिस के हाथ पांव फूल गए। क्योंकि पुलिस जिसे किलर समझ रही थी वो दरअसल सीरियल किलर था और उसने इससे पहले भी कई क़त्ल किए थे, जिसका खुलासा होना अभी बाकी था।

22 साल की एक लड़की के कत्ल के मामले में जब फरीदाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच ने आरोपी सिंह राज को गिरफ्तार किया तो उसने अपना गुनाह कुबूल लिया, उसने बताया कि 31 दिसंबर को वो लड़की को सेक्टर 17 नहर के पुल के पास ले गया और उसके साथ गलत हरकत करने की कोशिश की। जिसका विरोध करने पर आरोपी ने पकड़े जाने के डर से उसकी गला दबाकर हत्या कर दी और जाते जाते उसकी लाश को झाड़ियों में फेंक कर चला गया।

करीब हफ्तेभर की मेहनत के बाद फरीदाबाद पुलिस ने नाबालिग लड़कियों को शिकार बनाने वाले सीरियल किलर (serial killer) दबोच लिया। 22 साल की महिला की हत्या कर लाश को झाड़ियों में फेंकने के मामले में गिरफ्तार शख्स का नाम सिंहराज है। पुलिस की पूछताछ में सिंहराज ने खुलासा किया कि उसने सिर्फ 22 साल की लड़की का ही नहीं बल्कि तीन और नाबालिग लड़कियों का भी क़त्ल किया है। वो पहले भी इसी तरीके से 3 नाबालिग लड़कियों की हत्या कर चुका है, सिंहराज का दिमागी संतुलन बिगड़ चुका था और वो नाबालिग लड़कियों को अपना शिकार बनाता था, वो पहले उनके साथ छेड़छाड़ करता था और विरोध करने या शोर मचाने पर गला दबाकर हत्या कर लाश को आगरा नहर में फेंक देता था। इतना ही नहीं सिंहराज ने साल 1986 में अपने चाचा और उसके बेटे की भी हत्या कर दी थी। हालांकि इस मामले में वो पकड़ा गया था लेकिन सबूतों की कमीं की वजह से छूट गया था।

अपने चाचा और उसके बेटे की सिंहराज ने गला काट कर हत्या की थी, इसलिए इलाके के लोग उसे मुंडकटा कहकर बुलाते थे, वो इतना ज़्यादा संवेदनशील था कि अगर उसे कोई ज़लील कर दे तो वो उसका बदला ज़रूर लेता था। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि सभी हत्याओं में ये बात कॉमन है। सिंहराज पिछले कई सालों से चौकीदारी का काम कर रहा था और सेक्टर-16 सिटी अस्पताल में तैनात था। अस्पताल के नज़दीक चाय की रेहड़ी लगाने वाले परिवार की बेटी की साल 2019 में भी उसने इसीलिए हत्या की थी क्योंकि लड़की के भाई ने उसे ज़लील कर दिया था। इस बात से सिंहराज गुस्से में था। लिहाज़ा 16 दिसंबर 2019 को मौका पाकर उसने 14 साल की उनकी बेटी को बहलाकर रात के वक्त अस्पताल में बुलाया और छेड़छाड़ करने लगा। लड़की ने जब विरोध किया तो उसकी हत्या कर दी और लाश को ठिकाने लगा दिया। लड़की की गुमशुदगी कि रिपोर्ट लिखाई गई लेकिन आजतक उसका कोई पता नहीं लग सका था।

इतना ही नहीं साल 2020 में लॉकडाउन के दौरान कुछ सामान खरीद कर घर लौट रही 12 साल की बच्ची को बहला-फुसलाकर अपने साथ अस्पताल में ले गया, जहां उसने उसके साथ जोर जबरदस्ती की, बच्ची ने जब इसका विरोध किया तो उसने उसे जान से मार दिया और लाश ठिकाने लगा दी। इस मामले में भी गुमशुदी की रिपोर्ट लिखाई गई लेकिन अब तक कुछ पता नहीं चल सका था। तीसरा मामला पिछले साल मई के महीने में घर से हॉस्पिटल में काम करने आई 15 साल की लड़की का था, ये लड़की अस्पताल में अपने बकाया पैसे लेने आई थी, जिसके बाद से वो गायब थी। मुकदमा भी दर्ज करवाया गया था लेकिन उसका भी पता नहीं चल सका था। लेकिन सिंहराज ने पुलिस पूछताछ में बताया कि जब किशोरी अस्पताल आई तो उसके साथ उसने छेड़छाड़ की, जिसका वो विरोध करने लगी तो उसने उसकी हत्या कर दी।

कत्ल करने के पीछे सिंहराज की मॉडस ऑपरेंडी ये थी कि वो हर कत्ल को पहले किसी कपड़े से गला दबा कर करता था, इसके बाद वो उन्हें बोरे में भरकर अपनी साइकिल पर रखकर देर रात ही आगरा नहर में फेंक आता था। ऐसे कामों के लिए वो हमेशा अपने साथ एक गमछा भी रखता था। जिससे वो आसानी से गला दबाकर किशोरियों को मौत के घाट उतार देता था। और ये आखिरी वारदात उसने ऐसी लड़की के साथ अंजाम दिया, जिसे वो पिछले करीब 2 साल से जानता था। 31 दिसंबर को उसने उसे बुलाया और उसे लेकर सेक्टर 17 पुल के पास गया जहां उसने उसके साथ छेड़छाड़ की कोशिश की तो लड़की ने विरोध किया जिस पर उसी की चोटी और अपने मफलर से उसका गला दबाकर हत्या कर दी और उसका मोबाइल फोन अपने साथ लेकर फरार हो गया था।

घरवालों ने पहले गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई, हालांकि बाद में उसकी डेड बॉडी मिलने पर हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ। केस की जांच क्राइम ब्रांच डीएलएफ को सौंपी गई थी, काफी तफ्तीश के बाद पुलिस ने आरोपी सिंहराज को सूचना के आधार पर वजीरपुर मास्टर रोड से पकड़ लिया गया। हालांकि तब पुलिस को ये अंदाज़ा नहीं था कि जिसे वो किलर समझ रही है वो सीरियल किलर निकलेगा।

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