यूक्रेन में रूसी जासूस की घुसपैठ, बॉर्डर पर ऐसे पकड़ाया ये जासूस, अब होगी 10 साल की सजा

यूक्रेन में रूसी जासूस की घुसपैठ, बॉर्डर पर ऐसे पकड़ाया ये जासूस, अब होगी 10 साल की सजा

CrimeTak

05 Mar 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:14 PM)

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Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को 10 दिन हो चुके हैं. दोनों पक्षों में बड़े पैमाने पर सैन्य कार्रवाई के चलते शांति की कोई संभावना नहीं है. इस बीच यूक्रेन सीमा पर एक रूसी जासूस को गिरफ्तार किया गया है. पत्रकार होने का नाटक करते हुए, वह प्रिज्मिसल में सक्रिय था और वहां कुछ गुप्त अभियान चला रहा था. उन्होंने कहा कि उन्हें 10 साल तक की जेल हो सकती है.

ये जासूस वहां क्या काम कर रहा था, उसका क्या उदेश्य था, अभी तक ज्यादा कुछ सामने नहीं आया है. लेकिन उसे गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की जांच की जा रही है. वैसे जब दो देशों के बीच में भीषण युद्ध जारी है, ऐसे में एक जासूस का पकड़ा जाना बड़ी कार्रवाई है और उसके जरिए कई ऐसे इनपुट मिल सकते हैं जो युद्ध के आने वाले कई समीकरण को बदल सकते हैं.

कीव की और अग्रसर रूसी सेना

रूस-यूक्रेन युद्ध की बात करें तो अभी तक यूक्रेन ने हार नहीं मानी है. लगातार दावा किया जा रहा है कि रूसी सेना को जबरदस्त नुकसान दिया गया है, उसके कई लड़ाकू विमानों को ध्वस्त कर दिया गया है. लेकिन इस सब के बावजूद भी जमीन पर रूसी सेना का दबदबा साफ देखा जा सकता है. कभी रॉकेट दागे जा रहे हैं,कभी बमबारी हो रही है तो कभी गोलीबारी की जा रही है.

न्यूक्लियर प्लांट पर कब्जा

अभी कुछ घंटे पहले ही यूक्रेन के राष्ट्रपति भवन के पास में बड़ा रॉकेट हमला किया गया है. इतने संवेदनशील इलाके क्योंकि अटैक हुआ है, ऐसे में जमीन पर अफरा-तफरी का माहौल है. वैसे स्थिति तो कल भी बेकाबू हो गई थी जब रूसी सेना की तरफ से यूरोप के सबसे बड़े न्यूक्लियर प्लांट पर हमला किया गया था. उस वजह से प्लांट के एडमिनिस्ट्रेटिव हिस्से में भीषण आग लग गई थी. रिएक्टर्स को तो कोई नुकसान नहीं हुआ, लेकिन हमले के बाद रूसी सेना ने उस प्लांट पर अपना कब्जा जमा लिया. अब तक के युद्ध में रूसी सेना के लिहाज से इसे सबसे बड़ी सफलता माना गया.

अब आने वाले दिनों में रूस की सेना कीव की ओर कूच करने वाली है. कई इलाकों पर पहले ही अपना कब्जा जमा चुकी रूसी सेना अब बड़ी कार्रवाई की तैयारी कर रही है. अलर्ट तो कई दिनों से दिया जा रहा है, लेकिन अब जमीन पर भी इसका असर दिखने लगा है.

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