Russia-Ukraine War: सोशल मीडिया अब दुनिया भर में झांककर खबरों का जानने का एक बड़ा और अहम जरिया भी बन चुका है। कई बार ऐसी ऐसी खबरें सामने आती हैं जिन्हें सुनकर और पढ़कर दिल दहल जाता है। इसी बीच 759 दिन पुराने रूस यूक्रेन युद्ध से जुड़ी एक ऐसी खबर ने सोशल मीडिया के जरिए दस्तक दी जिसे पढ़ने के बाद दिल दहल गया। कहते हैं जंग और इश्क में सब जायज है। लेकिन रूस से जो खबर सामने आई है, जिसने इंसानियत को भी झकझोरकर रख दिया।
Russia-Ukraine War: 'दुश्मन का मांस खाओ, लड़कियों का रेप करो', रूसी अफसरों का ऐसे लीक हुआ ये खौफनाक 'मैसेज'
Russia-Ukraine War: रूस यूक्रेन जंग के साढ़े सात सौ दिन के बाद एक ऐसा खौफनाक मैसेज वायरल हो रहा है जिसमें रूसी फौजी अफसरों ने इंसानियत की हदों को पार किया।
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बेरहमी की इंतेहा पर उतारू हुआ रूस, यूक्रेन युद्ध के दौरान अपने सैनिकों को भेजा खौफनाक मैसेज
18 Mar 2024 (अपडेटेड: Mar 18 2024 4:05 PM)
मैसेज इंटरनेट पर वायरल
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रूस यूक्रेन युद्ध के मद्देनजर टेलीग्राम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक मैसेज इंटरनेट पर वायरल हो गया। उस मैसेज में ऐसा कुछ लिखा हुआ था जिसे पढ़ते ही हर किसी का कलेजा धक्क से रह गया। क्योंकि वो मैसेज एक रूसी सैनिक का था। जिसमें रूसी सैनिक ने दावा किया था कि रूसी सैनिकों से अब कहा गया है कि वो यूक्रेन के सैनिकों को मारकर उनका ही मांस खाएं और रूस के फौजी अपनी कंपनी के साथ यूक्रेन की लड़कियों को अगवा करके उनका रेप करें।
बेरहमी की हदों को पार करने का हुक्म
इस मैसेज के सामने आते ही हर तरफ यही सवाल खड़े होने लगे कि क्या अब रूस ने दुश्मनी की आग में झुलसकर अब इंसानियत की भी पूरी तरह से हत्या करने का इरादा कर लिया है। क्योंकि जो खुलासा इस सोशल मीडिया के जरिए किया गया उससे यही साबित होता है कि ये मैसेज रूस के उन तमाम सैनिकों को भेजा गया है जो यूक्रेन के फ्रंट पर तैनात हैं। इन तमाम फौजियों को बेरहमी की तमाम हदों को पार करने का हुक्म दिया जा रहा है। यहां तक कि वो सारे गैर इंसानी तौर तरीकों से अब इस जंग को औरभी ज़्यादा भयानक बनाने में तुले हुए हैं।
टेलीग्राम पर वायरल हुआ मैसेज
असल में जिस रूसी सैनिक का ये मैसेज टेलीग्राम पर वायरल हुआ असल में उसमें एक रूसी सैनिक की फोन पर की गई बातचीत का हवाला दिया गया था। ये बातचीत किसी और ने नहीं बल्कि खुद एक यूक्रेन के फौजी अधिकारी ने खुद सुनी। और उसके बाद ही इस बातचीत का मैसेज सोशल मीडिया पर फैल गया, क्योंकि उस सैनिक ने अपने किसी साथी सैनिक को अपने अफसर के हुक्म का हवाला देते हुए ये बात कही थी कि अब ये खुलेआम करने की छूट दे दी गई है, कि यूक्रेन के सैनिकों को मारे, खाओ और वहां की लड़कियों और महिलाओं के साथ खुलकर मौज मस्ती करो।
मैसेज देखकर कांपी रुह
यूक्रेन के फौजी अफसर उस वक़्त बुरी तरह से हैरान रह गए जब उन्हें ये पता चला कि रूस के ज़्यादातर सैनिकों के मोबाइल पर ये मैसेज दौड़ रहा है। यूक्रेन के फौजी अफसर ने ये भी दावा कर दिया कि ऐसा फरमान रूसी कमांडरों ने अपने सेना का हौसला बढ़ाने और उन्हें और भी ज़्यादा बेलगाम करने के लिए भेजा। मजे की बात ये है कि रूसी फौजी अफसरों ने अपने सैनिकों को ये मैसेज टेलीग्राम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दिया था। यूक्रेन की फौज के डिप्टी कमांडर मैक्सिम जोरनी ने कैदी के साथ साथ एक रूसी फौजी के मोबाइल को जब खुद अपनी आंखों से देखा तो उनकी आंखें फटी की फटी रह गईं। क्योंकि उस मोबाइल में कुछ ऐसे मैसेज दिखे जिसने उनकी रूह को कंपा कर रख दिया।
मोबाइल की खाना तलाशी
ये बात किसी से छुपी नहीं है कि इस साढ़े सात सौ दिन पुरानी जंग के दौरान यूक्रेन की फौज ने कई रूसी सैनिकों को युद्ध बंदी के तौर पर गिरफ्तार किया। जो सैनिक पकड़े गए उनके पास मौजूद उनके हथियारों के अलावा उनके पास मौजूद हरेक सामान को जब्त कर लिया। उसी जब्त हुए सामान में रूसी सैनिकों के मोबाइल भी थे। जब उन मोबाइलों की खाना तलाशी ली जा रही थी तभी यूक्रेन के फौजी अफसरों की नज़र इन मैसेज पर पड़ी, जिसमें अपने सैनिकों को रूसी फौजी अफसरों की तरफ से टेलीग्राम मैसेज भेजा गया था। जिसमें यूक्रेनी फौजियों का मांस खाने और महिलाओँ और लड़कियों का रेप करने की हिदायतें दी गई थीं।
तस्वीरों को साझा किया
यूक्रेन के डिप्टी कमांडर मैक्सिम जोरिन ने एक रूसी कैदी की तस्वीर भी साझा की। साथ ही साथ उन संदेशों के स्क्रीन शॉट की तस्वीरें साझा की जिसमें रूसी सैनिकों के लिए खौफनाक मैसेज लिखे हुए थे। जिन तस्वीरों को डिप्टी कमांडर ने अपने सोशल मीडिया पर साझा किया उसमें कैप्शन भी लिखे। जोरिन ने तस्वीरों पर कैप्शन लिखते हुए लिखा कि 'एक रूसी कैदी और उसके मोबाइल फोन पर उसके अफसरों के 'गैर इंसानी निर्देश'। इसके बाद जोरिन ने ये भी एक रूसी कैदी औरउसके मोबाइल पर पर जो कुछ लिखा है उससे ये भी साफ हो जाता है कि रूस ने अब मानवता के सभी मूल्यों को ताक पर रख दिया है और वो जंग को जीतने के लिए अब हर उस तौरतरीके को आजमाने की कोशिश में लगा है जिससे मानवता का अंत होता है। पहले ही रूस ने इस जंग की शुरूआत करके मानवता की हत्या कर दी है। अब वो मानवीय मूल्यों को भी पूरी तरह से खत्म कर देना चाहता है। सच कहा जाए तो रूसी सैनिक ऐसे हैं भी जिनके पास सिद्धांतों और सभ्यता की सबसे ज़्यादा कमी है।
मानव मांस का स्वाद चखने की हिदायत
इन मोबाइल मैसेज से ये भी साफ हो जाता है कि रूसी सैनिक मानव मांस का स्वाद चखने को बेताब है। ये सबसे बुरी और घिनौनी प्रवत्ति है जिसे जानवरी प्रवत्ति कहा जाए तो गलत नहीं होगा। इतना ही नहीं रूसी सैनिकों को ये भी संदेश दिए गए हैं कि अगर कोई यूक्रेनी फौजी को वो बंदी बनाते हैं तो उसे यातना देने में वो किसी भी तरह से रहमी न बरतें। युद्ध बंदियों को यातना देने का फौजी अफसरों का ये मैसेज वाकई अमानवीय है। जोरिन ने लिखा कि रूसी फौजी अफसरों ने अपने सैनिकों को युद्ध बंदी को जिंदा दफनाने से लेकर चाकू से टुकड़े करने तक के निर्देश दिए हैं।
यातना की हद पार
टेलीग्राम मैसेज में रूस ने अपने सैनिकों से ये भी कहा है कि, जिन दुश्मनों को तुमने मारा है उनके घरों से ट्रॉफियां इकट्ठा करो और उन्हें यादगार के तौर पर अपने अपने घर ले जाओ। इस मैसेज में ये बात साफ साफ लिखी है कि यूक्रेन के फौजी अगर यातना के दौरान अगर वो मर जाता है तो उसे वहीं बर्फ में दफ्न कर दो इतना ही नहीं उस फौजी की मौत के बाद उसके पूरे परिवार को घर के सामान समेत आग के हवाले कर दो।
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