Ukraine Russia War: रूस और यूक्रेन की कुंडली से जानें कब तक चलेगा ये युद्ध?

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02 Mar 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:14 PM)

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दिसंबर- 23 दिसंबर 1991

समय- 6.00 PM

स्थान- मास्को

रूस की कर्क लग्न की कुंडली है और कर्क राशि है. इस समय केतु की महादशा चल रही है जो अक्टूबर 2020 से शुरु हुई है और अक्टूबर 2027 तक चलेगी और केतु में शुक्र की अंतर्दशा चल रही है जो मार्च 2021 से शुरु हुई है और मई 2022 तक चलेगी।

जंग के रूस की अर्थव्यवस्था को लगेगी चोट

रूस की कुंडली में लग्न का स्वामी चंद्रमा लग्न में बैठा हुआ है भाग्य का स्वामी बृहस्पति सिंह राशि में बैठा है और कर्म स्थान का स्वामी मंगल वृश्चिक राशि में पांचवें घर में बैठा है। केतु 12वें घर में बैठा है और शुक्र चौथे घर में अपनी ही तुला राशि में बैठा है अपनी सीमाओं को और सुरक्षित करने के लिए रूस द्वारा किया जा रहा ये युद्ध रूस की अर्थव्यवस्था पर असर डालेगा, धन, जन, सम्मान की हानि होगी, मंगल युद्ध का देवता माना जाता है और केतु को 8वीं दृष्टि से देख रहा है, रूस अपना आत्मअभिमान, गौरव बचाने के लिए युद्ध में किसी हद तक जा सकता है यूक्रेन को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है।

दिनांक-24-8-1991

समय- 18

स्थान- कीव, यूक्रेन

यूक्रेन की मकर लग्न की कुंडली है और मकर राशि है इस समय बृहस्पति की महादशा चल रही है जो अगस्त 2013 से शुरु हुई है और अगस्त 2029 तक चलेगी और शुक्र की अंतर्दशा चल रही है जो जून 2021 से शुरु हुई है और फरवरी 2024 तक चलेगी.

लग्न का स्वामी शनि अपनी राशि मकर में बैठा हुआ है सातवें घर का स्वामी चंद्रमा लग्न में है भाग्य का स्वामी बुध आठवें घर में अस्त होकर बैठा हुआ है आठवें घर में सूर्य, बृहस्पति, शुक्र साथ में बैठे हैं शुक्र और बृहस्पति भी अस्त हैं राहु 12वें घर में मीन राशि में बैठा हुआ है

राहू कर रहा है यूक्रेन का नुकसान

महादशा का स्वामी बृहस्पति पराक्रम भाव और 12वें घर का स्वामी है अंतर्दशा का स्वामी शुक्र पांचवें घर और 10वें घर का स्वामी है दोनों ही ग्रह सौम्य ग्रह है युद्ध का देवता मंगल भाग्य स्थान में बैठा है चौथी दृष्ठि से 12वें घर में बैठे राहु को देख रहा है,

राहु बाहरी तत्व का, अनजान लोगों का, धोखाधड़ी, वादा खिलाफी का कारक माना जाता है, यूक्रेन को राहु की वजह से ज्यादा नुकसान हो रहा है जो वादा यूक्रेन से अलग-अलग देशों ने किया होगा वो कभी नहीं पूरा करेंगे, राहु के प्रभाव और शुक्र की अंतर्दशा की वजह से कुछ देश यूक्रेन को उकसा सकते हैं और एटॉमिक या रासायनिक हथियारों का प्रयोग करके यूक्रेन युद्ध में बने रहने का प्रयास कर सकता है।

10 मार्च तक थम सकता है युद्ध

अभी गोचर में मकर राशि में चार ग्रह बैठे हुए है शनि, मंगल, बुध और शुक्र। संयोग देखिए यूक्रेन की कुंडली में भी लग्न में शनि मकर राशि में बैठा हुआ है और रूस की कुंडली में भी शनि मकर राशि में बैठा है दोनों की शुक्र की अंतर्दशा चल रही है।

शुक्र रूस की कुंडली में चौथे घर में अपनी राशि तुला है बैठा है मजबूत स्थिति में है और यूक्रेन की कुंडली में आठवें घर में सूर्य की राशि में बैठा है अस्त है और कमजोर स्थिति में है। 6 मार्च को बुध मकर राशि से निकल कर कुंभ राशि में जाएगा तब युद्ध की तीव्रता घटना शुरु हो जाएगी और 10 मार्च तक युद्ध के शांति की ओर बढ़ने की उम्मीद की जा सकती है

युद्ध से सबसे ज्यादा नुकसान रूस को होगा और यूक्रेन के प्रति दुनियाभर में सहानुभूति बढ़ेगी और कई देश मदद के लिए आगे आएंगे। यदि यूक्रेन कुछ स्वार्थी देशों के उकसाने में ना आकर खुद अपने विवेक से फैसला करेगा तो ये युद्ध समाप्त हो सकता है लेकिन यूक्रेन की कुंडली में 12वें घर में बैठा राहु उसे ऐसा करने नहीं देगा विदेशी स्वार्थी देशों के बहकावे में आ कर यूक्रेन अपना बड़ा नुकसान कर सकता है ऐसी स्थिति राहु के कारण बन सकती है

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