रूस के बॉर्डर पर तैनात 'Terminator' टैंक, जंग में तबाही मचा सकती है ये Killing Machine

टर्मिनेटर उतरा, बदलने लगा जंग का रंग, अमेरिका का डर, पहले दिन मारे जाएँगे दस हज़ार लोग, Russia Ukraine Update 'Terminator' tanks two miles from the Ukrainian border, Latest World war News, crimetak

CrimeTak

23 Feb 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:14 PM)

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किसी भी समय लग सकती है बारूद में चिंगारी

Russia Ukraine Update: रूस और यूक्रेन के बीच हालात हर पल बद से बदतर की और बढ़ रहे हैं। दोनों तरफ की सेनाएं एक दूसरे को नज़दीक आते हुए देख रही हैं। बॉर्डर पर जमा देने वाली ठंड के बीच हालात की गर्मी बेहिसाब बढ़ चुकी है। ये तपिश इतनी ज़्यादा महसूस की जा रही है कि यूक्रेन की सरहद से सैकड़ों मील दूर बैठे दुनिया भर के नेताओं की पेशानी पर खिंची लकीरों के बीच पसीनें की बूंदे नज़र आने लगी हैं।

इसी बीच रूसी सेना की किलिंग मशीन कहे जाने वाले टैंक ‘टर्मिनेटर’ (Terminator) के जंग के मैदान में धमकने से माहौल को और भी ज़्यादा धमकियां मिलनी शुरू हो गई हैं। रूसी सेना का एक वीडियो अचानक सोशल मीडिया में रूस की चुगली करने के लिए वायरल हो गया। उस वीडियो में रूस की सेना का लावलश्कर नज़र आ रहा है।

बहुत डरावना है बॉर्डर का मंज़र

Russia Ukraine Update: सेना के टैंट, टेंटों में टाइम काट रहे जंगी यूनिफॉर्म वाले फौजी, उनकी गाड़ियों की लंबी और न ख़त्म होने वाली कतारों के बीच बख़्तरबंद गाड़ियों का लम्बा काफ़िला। ज़ाहिर कर देता है कि रूस की सेना को फिलहाल गिन पाना किसी के लिए नामुमकिन है।

मगर वीडियो का दूसरा हिस्सा बेहद विजुअली तो बेहद दिलचस्प है, लेकिन जंग के नज़रिये से देखें तो बहुत ही डरावना है। क्योंकि इस हिस्से में रूसी सेना की मिसाइल यूनिट अपने तरकश के तीरों को और भी पैना करती दिख रही है।

'टर्मिनेटर' द किलिंग मशीन

Russia Ukraine Update: लेकिन उस वीडियो के जिस हिस्से की चारो तरफ चर्चा हो रही है वो है रूसी सेना का सबसे ख़तरनाक टैंक। जिसे रूस ने ही टर्मिनेटर का नाम दिया है। टर्मिनेटर द किलिंग मशीन। और इस टर्मिनेटर के बारे में दुनिया यही जानती है कि एक बार ये जंग के मैदान में उतर भर जाए। दुश्मन का सफाया चुटकी बजाते ही हो जाता है। सबसे ख़ास बात ये है कि ये टैंक किसी भी मौसम और किसी भी हालात में अपनी फायरिंग पॉवर कम नहीं होने देता।

इस टैंक के बारे में रूसी सेना का दावा है कि इस टैंक की चेन पर टैंकमाइन्स के धमाकों का भी ज़्यादा असर नहीं होता। बल्कि ये तो दलदल और गहरी नदी को भी खेल के मैदानों की तरह सरपट भागकर पार कर लेता है।

इसलिए पड़ा टैंक का नाम 'टर्मिनेटर'

Russia Ukraine Update: वीडियो में टर्मिनेटर द किलिंग मशीन को देखकर अमेरिका ने जो कहा उसने पूरी दुनिया को दहलाकर रख दिया है। बेशक अभी तक रूस और यूक्रेन के बीच बिछी बारूद में चिंगारी नहीं लगी है। मगर अमेरिका ने कहा है कि अगर रूस ने यूक्रेन पर चढ़ाई करने के बाद अपनी ताकत के एक बड़े हिस्से के साथ हमला बोला तो उसके हथियारों की चपेट में एक दिन में कम से कम दस हज़ार से भी ज्यादा लोगों की मौत हो जाएगी।

बीएमपीटी "टर्मिनेटर" एक बख्तरबंद लड़ाकू वाहन है, जिसे रूसी कंपनी यूरालवगोनज़ावॉड ने डिज़ाइन भी किया और तैयार भी किया। यह टैंक शहरी क्षेत्रों में सहायक टैंक और अन्य एएफवी के लिए भी डिज़ाइन किया गया था। इसकी बेशुमार ताक़त और हर हालात से पार पाने की इसकी क्षमता को देखते हुए इसको तैयार करने वालों ने इसे "टर्मिनेटर" नाम दिया।

बॉर्डर पर खड़े दो लाख रूसी सैनिक

Russia Ukraine Update: लेकिन अमेरिका ने अपने खुफ़िया सूत्रों के हवालो से जो बात बताई उसने तो रूस की ताक़त और उसके इरादे दोनों की डरावनी तस्वीर दुनिया के सामने रख दी है। अमेरिकी खुफिया सूत्रों का कहना है कि रूस ने कम से कम 200000 सैनिकों को यूक्रेन बॉर्डर से बस इतनी दूर पर तैनात किया है कि ऑर्डर मिलते ही रूस की सेना बॉर्डर को रौंदकर यूक्रेन में दाखिल हो जाएगी।

रूस की सेना को लॉजिस्टिक सपोर्ट देने के लिए भी तैयारी पूरी हो चुकी है। ऐसा पता चला है कि रूसी सेना ने अपने 500 लड़ाकू जहाज़ों को भी सरहद के पास वाली हवाई पट्टियों पर लगभग मुस्तैदी की हालत में तैनात कर दिया है, ताकि उनसे न सिर्फ दुश्मन पर बारूद बरसाया जा सके बल्कि अपनी सेना के बढ़ते कदमों के लिए रास्ता भी साफ करवाया जा सके।

रूसी की सारी तैयारी पूरी हो चुकी

Russia Ukraine Update: अमेरिका को डर है कि क्रैमलिन अब किसी भी क्षण जंग का बिगुल फूंक सकता है। उसकी तैयारी पूरी है। उसकी सेना पूरी तरह से मुस्तैद है और उसका सारा असलाह बॉर्डर पर पहुँच चुका है। उसके एयर डिफेंस सिस्टम पूरी तरह से एक्टिव हो चुके हैं।

सिर्फ इतना ही नहीं, रूस की सेना के मोबाइल अस्पताल भी 135 किलोमीटर बॉर्डर पर नज़र आने शुरू हो गए हैं। इसीलिए ये कहा जा सकता है कि युद्ध के छिड़ते ही रूसी सेना कम से कम 10 हज़ार लोगों को मौत की नींद एक ही झटके में सुला देगी।

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