Sidhu Moosewala Death : सिद्धू की हत्या के समय क्या हुआ था, एक-एक बात जान लीजिए

सिंगर सिद्धू मूसेवाला (sidhu moosewala Death) के घटना के समय ठीक-ठीक क्या हुआ था. हमलावरों को देख सिद्धू उन्हें फैंस (Singer Sidhu Fans) क्यों समझे थे. हत्या के चश्मदीद की जुबानी पूरी कहानी (Story).

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02 Jun 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:19 PM)

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Sidhu Moose wala Death Full story : पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला (Punjabi Singer Death) की हत्या (Murder) कैसे हुई? वो क्यों बुलेट प्रूफ की जगह थार जीप (Thar) से घर से निकले. गनर (Sidhu gunner) को साथ नहीं लेने की वजह क्या है? हमलावर कैसे आए? कब और कैसे किया हमला. ये सबकुछ घटना के दौरान सिद्धू मूसेवाला (Sidhu case) की कार में बैठे दो चश्मदीद ने खुद बताई है. जानिए पूरी डिटेल

What Happen to Sidhu Moosewala : पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला पर जिन हमलवारों ने अंधाधुंध फायरिंग की. उन्हें खुद सिद्धू पहले अपना फैंस समझे थे. क्योंकि वो लगातार कोरोला गाड़ी से उनकी थार का पीछा कर रहे थे. एक बार रास्ते में दो मोड़ आए. पीछा करने वालों ने जानबूझकर थार के दूसरी दिशा वाली मोड़ पर गाड़ी ले ली. इसके बाद साथियों से सिद्धू मूसेवाला ने कहा था कि देखा वो फैंस ही थे. पहले पीछा कर रहे थे. फिर हम दूसरे रास्ते पर निकले. तब वो अपने रास्ते चले गए.

लेकिन कुछ देर बाद ही वही गाड़ी फिर से अचानक दूसरे रास्ते से थार के बिल्कुल करीब आ गई. इसके बाद थार को ओवरटेक कर रोक लिया. इसे देख मूसेवाला समझ गए कि ये फैंस नहीं बल्कि हमलावर हैं. लेकिन इत्तेफाक ये था कि मूसेवाला की पिस्टल में सिर्फ 2 ही गोलियां दी थीं. हमलावरों के हमला करने पर मूसेवाला ने भी दो राउंड गोली चलाई.

जिसे देख हमलावर भी डर गए. थोड़ा पीछे भी हटे. लेकिन फिर फायरिंग बंद हुई तो हमलवारों ने पहले थार के टायरों में गोली मारी और फिर तब तक दूसरी बोलेरो गाड़ी भी आ पहुंची. इसके बाद हमलावरों की संख्या बढ़ गई और उनके हौंसले भी.

फिर हमलावर थार की बोनट पर चढ़कर आधुनिक हथियारों से सिर्फ और सिर्फ मूसेवाला को निशाना बनाकर अंधाधुंध गोलियां बरसाते रहे. जिससे पूरी गाड़ी में धुआं ही धुआं फैल गया. इसके बाद इत्मीनान से उन बदमाशों ने ये देख लिया कि सिद्धू मूसेवाला की मौत हो चुकी है. तब वे वहां से फरार हो गए.

इस बारे में घटना के चश्मदीद और घायल हुए साथी गुरविंदर सिंह और गुरप्रीत सिंह ने पूरी जानकारी दी. उन्होंने एक मीडिया को जानकारी देते हुए शुरू से घटनाक्रम के बारे में बताया. असल में 29 मई रविवार की शाम को अचानक सिद्धू मूसेवाला बोले कि उन्हें मौसी से मिलने जाना है. उनका हालचाल लेना है.

उस समय घर पर गनमैन भी थे. इसलिए पहले उन्होंने पजेरो निकाली. लेकिन वो पंक्चर थी. इसलिए मूसेवाला ने थार गाड़ी निकाली. उसमें जगह कम थी. लेकिन फिर गनमैन साथ जाना चाहते थे. पर मूसेवाला ने कहा कि थोड़ी ही दूर जाना है. हम 10-15 मिनट में लौट आएंगे. इसलिए गनमैन को जाने की जरूरत नहीं है. हम दो लोग ही चले जाएंगे. इस तरह बिना गनमैन और बिना बुलेटप्रूफ गाड़ी के ही मूसेवाला अपने दो साथियों संग निकल गए.

Punjab Singer Sidhu Moosewala Death inside Story : घटना वाले दिन सिद्धू मूसेवाला थार जीप खुद ही चला रहे थे. वो जबकि एक दोस्त आगे और दूसरे पीछे बैठे थे. घर से करीब 500 मीटर दूर पहुंचे होंगे तभी एक गाड़ी पीछा करने लगी थी. वो गाड़ी थी कोरोला. उसी समय एक दोस्त ने कहा कि ऐसा लगा है जैसे कोई पीछा कर रहा है.

ये जानकर उस गाड़ी को मूसेवाला ने भी देखा. फिर बोले, अरे ये मेरे फैंस होंगे. फोटो खिंचवाने के लिए पीछे आ रहे होंगे. अक्सर ऐसा मेरे साथ होता है. फिर कुछ देर बाद ही एक जगह पर दो मोड़ आए.

जहां से सिद्धू मूसेवाला बाईं तरफ निकले तो पीछा कर रही गाड़ी वाले दाई तरफ चले गए. ऐसा होते ही सिद्धू मूसेवाला खुद ही दोस्तों से बोले, देखो क्या कहा था मैंने. वो गाड़ी चली गई. यानी वो फैंस ही थे. लेकिन कुछ देर बाद ही दूसरे रास्ते से वही कोरोला गाड़ी अचानक थार को ओवरटेक करके साथ-साथ चलने लगी.

Sidhu mossewala latest News : कुछ देर बाद ही कोरोला गाड़ी में सवार हमलावरों ने थार पर फायरिंग शुरू कर दी. हमलावरों ने थार के टायर में गोली मारी. जिसके बाद तीन टायर पंक्चर हो गए. जिसके बाद भी मूसेवाला ने दोस्तों से कहा था कि डरने की जरूरत नहीं. हौसला रखो. मेरे पास पिस्टल है. फिर तुरंत मूसेवाला ने पिस्टल निकाली और 2 फायर किए.

इसे देख हमलावर भी डर गए. और अपनी गाड़ी को दूर कर ली. लेकिन इसके बाद ही मूसेवाला की पिस्टल की गोली खत्म हो गई. क्योंकि उसमें सिर्फ 2 कारतूस ही थे. थार गाड़ी से हो रही फायरिंग बंद होते ही वहां बोलेरो गाड़ी भी आ गई. जिसमें कई हमलावर थे. फिर तो इन्होंने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी.

पहले थार गाड़ी के तीनों टायर में गोलियां लगीं जिससे वहां धुआं ही धुआं हो गया. इसके बाद वो हमलावर थार के बोनट पर चढ़ गए और अंधाधुंध तरीके से सिर्फ और सिर्फ मूसेवाला को निशाना बनाते हुए फायरिंग की. जिससे मूसेवाला लहूलुहान होकर आगे बैठे दोस्त की गोद में गिर गए थे. हमलावरों को जब ये यकीन हो गया कि मूसेवाला की मौत तय करने के बाद ही वह हत्यारे वहां से भागे.

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