हाल फिलहाल में नागरिकों पर हमला करने वाले आतंकियों को हाइब्रिड आतंकी कहा जा रहा है. हाइब्रिड आतंकी ऐसे आतंकी हैं जो आम लोगों के साथ मिलकर रहते हैं. इन हाइब्रिड आतंकियों का इस्तेमाल कश्मीर में सांप्रदायिक माहौल को बिगाड़ने के लिए किया जा रहा है.
आतंकियों की ऐसी ट्रेनिंग देखकर दिमाग़ घूम जाएगा, पाकिस्तान में चलता है ट्रेनिंग कैंप
Pakistan-based groups using 'hybrid terrorists' to carry out killings in Kashmir Valley: Report
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12 Oct 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:07 PM)
इस बार आतंकी Hit & Run रणनीति पर काम कर रहे हैइसके तहत सुरक्षाबलों और नागरिकों को खासतौर से निशाना बनाया जा रहा है. हमले के बाद आतंकी Over Ground Worker के साथ काम करने लगते हैं. Over Ground Worker वे लोग हैं जो आम लोगों के बीच मिलकर रहते हैं. ये तमाम हमले ऐसे आतंकी कर रहे हैं जो अभी नए-नए भर्ती हुए हैं.
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नए आतंकियों को ट्रैक करना मुश्किल होता है क्योंकि उनका कोई रिकॉर्ड नहीं होता. यही वजह है कि NIA और पुलिस मिलकर नए आतंकियों की कमर तोड़ने के लिए अलग से ऑपरेशन चला रही है.
नए आतंकियों की भर्ती लश्कर से जुड़े आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट यानी TRF कर रहा है. TRF कश्मीर के युवाओं को अपने संगठन से जोड़कर Target killing करवा रहा है.
जिस युवा को हमले के लिए चुना जाता है, उसे पैसा और हथियार दिए जाते हैं. पैसा और हथियार स्थानीय आतंकियों की मदद से मिलता है. नए हाइब्रिड आतंकियों को निर्देश होता है कि मारो और भाग जाओ. हाइब्रिड आतंकी हमला करने के बाद छिपते नहीं बल्कि अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में चले जाते हैं. क्योंकि उनको दिया गया टास्क पूरा हो चुका होता है.
चुने हुए लोगों पर हमला करने और फिर वापस अपनी सामान्य जिंदगी में लौट जाने वाले इन आतंकियों का ब्रेन वॉश लश्कर के कमांडर करते हैं. इन लोगों को छोटे हथियारों से हमला करने की ट्रेनिंग दी जाती है.
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