चंबल.. वही जगह जिसके बारे में सोचते ही किसी के भी दिमाग में डाकू, गोलियों और दहशत की तस्वीर ही तैरती है। उत्तर प्रदेश के इटावा ज़िले की सीमा से लगते इस घने जंगल में दहशत की कई कहानियां दफ़्न है। एक समय पर चुनाव पर भी इन डकैतों का अच्छा-ख़ासा असर होता था लेकिन अब ये तस्वीर बिल्कुल बदल गई है। अब यहां चुनावों से पहले डाकुओं के फ़रमान नहीं आते। इस तस्वीर को बदलने के लिए कई अफसरों ने अपनी कुर्बानियां दी और इसी फेहरिश्त में एक नाम ऐसा है जो बीहड़ के आतंकियों के लिए आतंक का पर्याय बन गया।
Chambal : 30 डाकुओं का 'The End' करने वाला बीहड़ का बहादुर
बीहड़ के घने जंगलों में डाकुओं के साथ दिन-रात गुज़ार कर 32 से ज़्यादा एनकाउंटर करने वाले पुलिस ऑफिसर की कहानी, Get the latest updates of crime news in Hindi, viral photo and वायरल वीडियो on Crime Tak.
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09 Feb 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:13 PM)
डकैतों से लोहा लेने की बात हो या फिर उनके एनकाउंटर करने की बात, रामनाथ सिंह यादव ने 30 से ज्यादा दस्यु सम्राटों का द एंड किया है। ये ही वो भीहड़ है जहां कभी निर्भय गुर्जर, फूलन देवी से लेकर सीमा परिहार तक का साम्राज्य था, लेकिन अब यहां डकैतों का राज नहीं चलता है। ये अब पुरानी बातें हो गई है। एक-एक करके या तो डकैतों ने पुलिस के आगे सरेंडर कर दिया, या फिर उनका खात्मा हो गया। 180 किलोमीटर तक फैले इस भीहड़ में न जाने की कहानियां दफन है। इन्हीं में से एक कहानी है राम नाथ सिंह की।
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ये वो ही राम नाथ सिंह यादव है जो कई फीट गहरी खार में डकैतों को पकडने के लिए छलांग लगा देते थे । कई बार तो इनका डकैतों से आमना सामना भी हुआ और दनादन गोलियां भी चली, लेकिन राम नाथ सिंह ने कभी हार नहीं मानी। यही वजह है रामनाथ सिंह यादव के चर्चा इटावा जनपद से लेकर यूपी के तमाम शहरों में है।
अपने पहले पड़ाव में क्राइम तक की टीम पहुंची इटावा के भीहडों में। वो ही भीहड़ जो यूपी से लेकर मध्य प्रदेश के भिंड तक फैला हुआ है। इटावा जनपद को मुलायम की नगरी भी कहा जाता है। भीहड में नदियां है, खार है, पहाड़ियां है और जहां कभी डकैतों कानून चलता था, लेकिन धीरे धीरे डकैतों की बादशाहत खत्म होती चली गई। कभी ये चुनाव को प्रभावित करने का दम रखते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है। यूपी में चुनाव में, ऐसे में अब दस्यु सम्राटों की बातें पुरानी हो चुकी है। तो कुल मिलाकर ये कहा जा सकता है कि आने वाले चुनाव में न तो किसी डकैत का और न ही किसी बड़े अपराधी का असर पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है।
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