मनीष गुप्ता हत्याकांड : फरार पुलिसवालों पर 25-25 हजार का इनाम घोषित, आरोपी कर सकते हैं कोर्ट में सरेंडर

Manish Gupta murder case: 25-25 thousand reward announced on absconding policemen, accused can surrender in court

CrimeTak

08 Oct 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:06 PM)

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Gorakhpur Manish Gupta murder case : गोरखपुर के एक होटल में कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता की पीट-पीटकर हुई हत्या मामले में फरार आरोपी पुलिसर्मियों पर इनाम घोषित कर दिया गया है. गोरखपुर के थाना रामगढ़ ताल के पूर्व प्रभारी इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह समेत आरोपी सभी 6 पुलिसकर्मियों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित हुआ है.

जिन पुलिसवालों पर ये इनाम घोषित हुआ है उनके नाम हैं इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह, एसआई अक्षय कुमार मिश्रा, एसआई विजय यादव, एसआई राहुल दुबे, हेड कॉन्स्टेबल कमलेश सिंह यादव और सिपाही प्रशांत कुमार. यहां बता दें कि घटना के बाद से ये सभी आरोपी पुलिसकर्मी फरार हैं. एसआईटी का दावा है कि इनकी तलाश की जा रही है.

वहीं, सूत्रों से जानकारी मिली है कि आरोपी पुलिसकर्मी इस मामले में कोर्ट में सरेंडर करने की तैयारी कर रहे हैं. इसके अलावा जमानत पर तुरंत कैसे छूट जाएं, इसके लिए भी प्लानिंग कर रहे हैं. लेकिन इसके बाद भी पुलिस इन्हें गिरफ्तार नहीं कर पा रही है.

क्या थी पूरी घटना

ये घटना 27 सितंबर की रात में हुई थी. गोरखपुर के रामगढ़ताल थाना एरिया के एक होटल में कारोबारी मनीष गुप्ता अपने दो अन्य दोस्तों के साथ रुके थे. आधी रात में अचानक चेकिंग के नाम पर 6 पुलिसवाले वहां पहुंचे और चेकिंग करने लगे. तीनों कारोबारियों ने अपने आईडी प्रूफ दिखाए इसके बाद भी पुलिसवाले परेशान कर रहे थे.

इसी बात को लेकर कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता ने पूछ लिया कि आधी रात में सोते समय चेकिंग करने का कौन सा समय है. क्या हम लोग आतंकवादी हैं? बस इसी आतंकवादी शब्द को सुनने के बाद तो पुलिसवालों ने ही अपना आतंक दिखाना शुरू कर दिया.

इसके बाद कानपुर के कारोबारी की बंदूक की बट से और लाठी-डंडों से जमकर पीटा. जिससे वो लहूलुहान हो गए. घटना के दौरान थाना रामगढ़ताल के एसएचओ इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह और दो दरोगा और अन्य 3 पुलिसकर्मी थे.

बताया जा रहा है कि होटल के कमरे में ही बंद कर काफी देर तक पीटा. जिससे वो लहूलुहान हो गए. इसके बाद पुलिसकर्मी उन्हें पीसीआर गाड़ी में डालकर ले गए. कुछ देर बाद ही पता चला कि अस्पताल में मनीष गुप्ता की मौत हो गई.

मनीष गुप्ता कानपुर के रहने वाले थे और बिजनेस के सिलसिले में अपने दो दोस्तों के साथ गोरखुपर आए थे. इस मामले में घटना को लेकर जब लोगों ने सवाल उठाए और सोशल मीडिया पर आवाज उठाई तब गोरखपुर के SSP डॉ. विपिन ताडा ने रामगढ़ताल इंस्पेक्टर जेएन सिंह, फलमंडी चौकी इंचार्ज अक्षय मिश्रा और 4 सिपाहियों समेत कुल 6 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया. साथ ही मामले के जांच के आदेश दिए हैं.

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