Fortuner Car Stolen: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा यानी जे पी नड्डा की पत्नी की कार 19 मार्च को चोरी हुई थी। देश की सत्तासीन पार्टी की कमान संभालने वाले अध्यक्ष की कार का चोरी होने अपने आप में बड़ी बात था। जाहिर है चारो तरफ हड़कंप मचा।
On Demand चोरी हुई थी जेपी नड्डा की पत्नी की फॉर्च्यूनर, दिल्ली से वाराणसी की पार्किंग तक पहुँचने का दिलचस्प किस्सा
BJP President's Wife Fortuner Car: दिल्ली से BJP नेता जेपी नड्डा की पत्नी की कार चोरी होने के बाद हड़कंप मचा। 20 दिन बाद कार बरामद हुई लेकिन कार का दिल्ली से वाराणसी तक का सफर है दिलचस्प
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जेपी नड्डा की पत्नी की फॉर्च्यूनर कार दिल्ली से चुराकर वाराणसी तक पहुँचने की दिलचस्प किस्सा
10 Apr 2024 (अपडेटेड: Apr 10 2024 9:35 AM)
ऑन डिमांड हुई थी चोरी
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दो दिन पहले वही कार वाराणसी की पार्किंग में लावारिस हालत में खड़ी मिली। कार दिल्ली से चोरी हुई थी लेकिन दिल्ली से 865 किलोमीटर दूर कैसे पहुँची ये अपने आप में दिलचस्प किस्सा है। क्योंकि इस फॉर्च्यूनर कार को ऑन डिमांच चुराया गया था। जेपी नड्डा की पत्नी मल्लिका नड़्डा की टोयोटा फॉर्च्यूनर कार 19 मार्च को दिल्ली के गोविंदपुरी इलाके से चोरी हुई थी। ये कार हिमाचल प्रदेश में मल्लिका नड्डा के नाम पर ही रजिस्टर्ड है। 19 मार्च को कार के ड्राइवर जोगिंदर सिंह इसे गोविंदपुरी सर्विस सेंटर छोड़कर आए थे। उसी दिन शाम को जब जोगिंदर सिंह कार लेने सर्विस स्टेशन पहुँचे तो वहां उन्हें कार नदारद मिली।
सीसीटीवी के जरिए मिले ऑटो लिफ्टर
शाम को ही गोविंदपुरी थाने में कार चोरी की शिकायत दर्ज करवाई गई। गाड़ी का नंबर HP03D0021 के चोरी की FIR लिखने के बाद पुलिस इस कार की तलाश में निकल पड़ी। पहले तीन दिन तक पुलिस के हाथ खाली रहे और 22 मार्च को जाकर पुलिस को पहली कामयाबी मिली। पुलिस ने कई सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो एक के बाद एक जो कार के ठिकाने मिले उसने चोरी की इस वारदात को दिलचस्प और सनसनीखेज बना दिया।
नागालैंड भेजने का था प्लान
पुलिस को ये कार वाराणसी में मिली। लेकिन वाराणसी पहुँचने से पहले ये कार कम के कम तीन बार बिकी और तीन अलग अलग हाथों के साथ कम से कम छह इलाकों से होती हुई वाराणसी पहुँची थी और अब ये कार नॉर्थ ईस्ट में नागालैंड जाने वाली थी, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने इसे पकड़ लिया। पुलिस ने इस कार की तलाश के लिए सीसीटीवी का सहारा लिया।
एक चोर मिला कड़ियां खुलती चली गईं
जब सीसीटीवी के जरिए कार को ट्रैक किया गया तो एक के बाद एक कई कड़ियां खुलती चली गईं। पुलिस ने सबसे पहले ऑटो लिफ्टर शाहिद को ही उठाया। क्योंकि सबसे पहले उसी का चेहरा पुलिस को दिख गया था। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में दिखा कि इस SUV गाड़ी को एक शाहिद नाम के ऑटो लिफ्टर ने गोविंदपुरी से उठाया था। पुलिस ने चोरी की इस गुत्थी को जब सुलझाया तो हैरतअंगेज तरीके से पूरा गैंग सामने आ गया।
बड़े ही शातिर तरीके से चुराई गई थी कार
असल में सीसीटीवी कैमरे में तो शाहिद ही सबसे पहले नज़र आया था लेकिन इस कार को चुराने का मास्टरमाइंड असल में शिवांश त्रिपाठी ही था। जिसने शाहिद और उसके दामाद फारुक और शाहकुल के साथ मिलकर चोरी की इस वारदात को अंजाम देने के बाद एसयूवी कार को ठिकाने लगाया था। शाहिद की ही निशानदेही पर हरदोई के रहने वाले शिवांश त्रिपाठी को पकड़ा गया।
चोरी के बाद फॉर्म हाउस में छुपाई गई कार
गोविंदपुरी से कार को उठाने के बाद उसे फौरन फरीदाबाद पहुँचा दिया गया। लेकिन इतने शातिर तरीके से कार को ड्राइवर बदल बदलकर फरीदाबाद की फॉर्म हाउस तक पहुँचाया गया था कि जल्दी जल्दी कोई इस पर गौर भी नहीं कर सकता था। पुलिस के मुताबिक हरदोई के रहने वाले शिवांश त्रिपाठी को पटियाला हाउस कोर्ट के आसपास से गिरफ्तार किया गया था। उसी ने पूरी कड़ी खोलकर पुलिस के सामने रख दी। चोरी की फॉर्च्यूनर को फारुक के फरीदाबाद वाले फार्महाउस में रखा था।उसके बाद इस कार का सौदा यूपी के लखीमपुर के रहने वाले सलीम से कर दिया गया था। सलीम SUV कारों को खरीदता था और यूपी के मुरादाबाद, सीतापुर, हाथरस, मैनपुरी और नॉर्थ-ईस्ट में बेच देता था। पुलिस को जब पता चला कि कार लखीमपुर पहुँचा दी गई तो पीछा करते हुए उसने लखीमपुर में छापा मारा।
चार जगहों से होकर गुजरी कार
वहां पहुँचकर पुलिस को पता चला कि सलीम ने उस कार का सौदा सीतापुर के रईस को कर दिया है। तब पुलिस ने सलीम की निशानदेही पर रईस को गिरफ्तार किया। रईस से पुलिस को पता चला कि उसने अमरोहा के रहने वाले फुरकान को लग्जरी SUV बेच दी। पुलिस ने जब फुरकान को दबोचा तो उसने बताया कि गाड़ी वाराणसी के बेनियाबाग की पार्किंग में खड़ी है।
फॉर्च्यूनर चुराने वाले चोर
अब सवाल उठता है कि जेपी नड्डा की पत्नी की कार चुराने वाले ये शातिर चोर हैं कौन? तो चलिए इनका भी तार्रुफ करवा देते हैं।
1- शिवांश त्रिपाठी। 23 साल का शिवांश हरदोई जिले का रहने वाला है। उसने 10वीं तक की पढ़ाई की। लेकिन माली हालत अच्छी नहीं होने की वजह से पढ़ाई छोड़ कर आवारा गर्दी करने लगा। इसी दौरान वो बुरे लोगों की संगत में आया और शराब पीने लगा। अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए उसने शाहिद गैंग की मदद से दिल्ली एनसीआर से लग्जरी कारें चोरी करना शुरू कर दिया और वो कई मामलों में शामिल रहा।
2- सलीम। इस गैंग का दूसरा सबसे अहम किरदार है सलीम। यूपी के लखीमपुर खीरी का रहने वाला सलीम पढ़ा-लिखा नहीं है। उसके घर परिवार की हालत भी ठीक नहीं है। वह ऑटोलिफ्टरों के संपर्क में आया और पैसा कमाने के लिए चोरी की कारों को मुरादाबाद, अमरोहा और नॉर्थ ईस्ट राज्यों में अन्य रिसीवरों को बेचना शुरू कर दिया। वह पहले कई कार चोरी के मामलों में शामिल रहा।
3- रईस। इस चोरी के किस्से का सबसे अहम किरदार रईस 33 साल का है और यूपी के ही सीतापुर का रहने वाला है। अपनी बेरोजगारी के दौरान वो ऑटोलिफ्टरों और चोरी की लक्जरी कारों के रिसीवरों के संपर्क में आया। उसके बाद उसने भी चोरी की लक्जरी कारों को खरीदना शुरू कर दिया और अपना कमीशन निकालकर उन्हें आगे मुरादाबाद, अमरोहा और उत्तर-पूर्वी राज्यों में बेचने लगा। वह पहले भी कई ऑटो थेफ्ट में शामिल रहा है
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