Ukraine Russia War: यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद लोगों पर महंगाई का पहाड़ टूट रहा है. युद्ध की वजह से सनफ्लावर और रिफाइंड जैसे ऑयल की कीमतों में रिकॉर्ड तोड़ बढोतरी हुई है
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच मंहगाई की मार.. सनफ़्लावर और रिफ़ाइंड की कीमतें आसमान पर
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच मंहगाई की मार.. सनफ़्लावर और रिफ़ाइंड के की कीमतें आसमान पर
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02 Mar 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:14 PM)
यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद लोगों पर महंगाई का पहाड़ टूट रहा है. युद्ध की वजह से सनफ्लावर और रिफाइंड जैसे ऑयल की कीमतों में रिकॉर्ड तोड़ बढोतरी हुई है, सनफ्लावर ऑयल की कीमत में 15 रुपये लीटर तक की बढोतरी हुई है. देश में पहले ही तेल के दाम बढ़े हुए थे और ऐसे में बढती कीमतें आम लोगों को और परेशान कर रही है.
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भारत में हर साल 25 लाख मैट्रिक टन सनफ्लावर के तेल का आयात होता है जिसमें 70% यूक्रेन से और 20% रूस से और 10% अर्जेंटीना से आता है। लेकिन रूस और यूक्रेन के बीच जबसे युद्ध शुरू हुआ है तबसे वहां से आने वाले व्हेल का आयात बंद हो गया है. इसी के चलते तेल के दामों में रिकॉर्ड तोड़ बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
तेल व्यापारियों ने बताया कि जब से युद्ध शुरू हुआ है तब से ही तेल की कीमतें बढ़ गईं हैं. सनफ्लावर ऑयल का 15 लीटर का कंटेनर जिसकी कीमत पहले 2300 रुपए थी अब उसकी कीमत 2600 रुपए पहुंच गई है। रिफाइंड के तेल की कीमत में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है रिफाइण्ड तेल का कंटेनर पहले 2100 रुपए का था जो अब 2400 रुपये का हो गया है।
जब से यूक्रेन और रूस का युद्ध शुरू हुआ है तब से व्यापारियों का ऑर्डर किया हुआ तेल उनके पास नहीं पहुंचा है. पहले से स्टॉक में रखे हुए माल से काम चलाया जा रहा है. व्यापारी बताते हैं कि अगर हालात नहीं सुधरे और भविष्य में स्थिति नहीं बेहतर हुई तो तेल के दाम आसमान छुएंगे.
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