Punjabi Singer Killed: जाने माने पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के साथ ही पंजाब के पुराने ज़ख़्म भी हरे होने लगे। पंजाब ने वो दौर भी देखा है जब इस सूबे के सबसे चहेते कलाकारों का जीना मुहाल होने लगा था।
36 साल पुराना है सिंगरों का किलिंग कनेक्शन, धमकी के साये में पंजाबी सिंगरों की ज़िंदगी
Punjabi Singers killed: पंजाबी सिंगर की हत्या (Murder) का ये सिलसिला 36 साल पुराना है। आतंक (Terror) के साये में जी चुके पंजाब में तीन बड़े सिंगरों को मार दिया गया, जबकि कुछ धमकी के साये में हैं।
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31 May 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:19 PM)
अवतार सिंह संधूः इस कड़ी में सबसे पहला नाम सामने आता है अवतार सिंह संधू का। जिन्हें पंजाब में पाश के नाम से भी जाना जाता था। पाश अपने दौर के क्रांतिकारी सिंगर थे और उनके गाये गीत पंजाब ही नहीं बल्कि हिन्दुस्तान के लाखों लोगों को पसंद थे। ये वो दौर था जब पंजाब आतंकवाद की आग में सुलग रहा था। साल 1988 में जालंधर ज़िले के तलवंडी सलेम गांव में आतंकवादियों में अवतार सिंह संधू उर्फ पाश की उनके ही गांव में गोली मारकर हत्या कर दी थी। उस वक्त पाश 37 साल के थे।
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Punjabi Singer on Threat : अमर सिंह चमकीला: 1980 के दशक में ही अपने रोमांटिक गीतों के लिए मशहूर अमर सिंह चमकीला का नाम कामयाबी के आसमान पर चमकने लगा था। पंजाब के हर नौजवान की जुबान से चमकीला के गाए गीतों के बोल ही सुनाई पड़ते थे। अपने वक़्त के दूसरे कलाकारों के मुकाबले चमकीला की शोहरत दिन दूनी और रात चौगुनी रफ़्तार से बढ़ती जा रही थी चमकीला के गानों की सबसे ख़ास बात ये थी कि उनके गीतों में नशे की बुराई, शराब की ख़राबी के साथ साथ बहादुरी के क़िस्सों का बखान होता था।
जिसकी वजह से लोगों में चमकीला की लोकप्रियता बहुत बढ़ गई थी लेकिन 8 मार्च 1988 को 27 साल की उम्र में ही अमर सिंह चमकीला को उस वक़्त गोलियों से भून दिया गया था जब वो अपनी पत्नी के साथ कहीं जा रहे थे। हैरानी की बात ये है कि चमकीला की मौत की गुत्थी आज भी सुलझ नहीं सकी।
विरेंदर सिंह: 1988 में ही लुधियाना में पंजाबी फिल्मों के एक्टर और बॉलीवुड के जाने माने स्टार धर्मेंद्र के चचेरे भाई विरेंदर सिंह की गोली मारकर हत्या की गई थी। इसके पीछे पुलिस ने आपसी रंजिश की वजह बताई थी।
Gangs of Punjab: दिलशाद अख़्तर: 1996 में पंजाब के गुरुदासपुर में एक शादी समारोह में शिरकत करने पहुँचे उस दौर के पंजाब के जाने माने गायक दिलशाद अख़्तर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या करने वाले कौन थे और हत्या के पीछे क्या मक़सद था ये पहेली आज तक नहीं सुलझी।
परमीश वर्मा: 2018 में मोहाली में एक शूटआउट के दौरान पंजाब के बड़े गायकों में से एक परमीश वर्मा को गोली लगी थी। गनीमत ये रही कि गोली परमीश के पैर पर लगी और उनकी जान बच गई। परमीश पर हमला उस वक़्त हुआ था जब वो एक कार्यक्रम में हिस्सा लेकर लौट रहे थे।
गिप्पी गरेवाल: साल 2018 में ही एक और पंजाबी सिंगर गिप्पी गरेवाल को जान से मारने की लगातार धमकियों के बाद उन पर जान लेवा हमला हुआ था। गिप्पी को व्हॉट्सएप पर लगातार जान से मारने की धमकी भरे कॉल आ रहे थे। पुलिस ने गिप्पी की शिकायत के बाद जब मामले की छानबीन की तो गैंगस्टर दिलप्रीत सिंह बाबा के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया था।
मनकीरत औलख: इसी बीच एक दिन पहले ही पंजाबी गायक मनकीरत औलख को फेसबुक पर जान से मारने की धमकी दी गई है। अपनी पहचान उजागर किए बिना एक फेसबुक पोस्ट के जरिए किसी गैंग ने औलख को लिखकर भेजा है कि अब तुम तैयार रहना? हालांकि बाद में इस पोस्ट को फेसबुक से हटा लिया गया।
सिद्धू मूसेवाला की हत्या के इस माहौल में पुलिस ने मनकीरत औलख को मिली धमकी के मामले की जांच शुरू कर दी है।
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