48 घंटे तक 12 दरिंदों ने किया गैंगरेप, 14 साल की इस किशोरी की आपबीती सुन निकल आएंगे आंसू

This incident of gang-rape of a 14-year-old girl kidnapped from Pune railway station in Maharashtra is heart-wrenching

CrimeTak

09 Sep 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:04 PM)

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Pune Gangrape Case : मुश्किल की घड़ी में 14 साल की लड़की ने अंजान ऑटो वाले पर भरोसा कर लिया. उसका ये भरोसा करना उसकी जिंदगी की सबसे बड़ी भूल साबित हुई. ना सिर्फ भूल बल्कि जिंदगी नरक से भी बदतर बन गई.

शायद उस वक़्त किशोरी ने सोचा भी ना होगा कि वो किसी इंसान नहीं, बल्कि हैवान से मदद मांग रही है. उस ऑटो वाले दरिंदे ने लड़की की मजबूरी का फायदा उठाकर पहले खुद रेप किया. फिर उस लड़की को अपने जैसे ही कई दरिंदों के हवाले कर दिया.

इन दरिंदों के भीतर दिल नाम की कोई चीज ना थी. ना रहम. ना ही इंसानियत. अगर कुछ था तो वो थी हैवानियत. इनकी भूख ऐसी थी जो सिर्फ जानवरों की तरह जिस्म को नोंचना जानती थी. इनके सामने वो मासूम लड़की रोती रही. इंसानियत की भीख मांगती रही. लेकिन उस किशोरी को होटल के एक कमरे की चारदीवारी में इन लोगों ने बंद कर दिया.

इन दरिंदों ने उसके कपड़े उतार दिए. अब वो बिल्कुल असहाय थी. बदन को छुपाना चाहती थी. कभी हाथों से तो कभी बालों से. लेकिन वो क्या-क्या छुपाती. उससे पहले ही वो दरिंदे इस पर टूट पड़ते. खुद को कितनों से बचाती. क्योंकि वो एक या दो नहीं बल्कि 12-14 की संख्या में उन दरिंदों की पूरी फौज थी. ऐसी फौज जो एक असहाय, बेबस लड़की की आबरू लूटने के लिए बेकाबू थी.

वो रोती रही. फिर थककर बेहोश हो जाती. लेकिन ये वहशी नहीं थकते. एक के बाद एक उस पर टूट जाते थे. एक या दो घंटे ही नहीं, लगातार 48 घंटे तक उसके शरीर से ये खेलते रहे. वो भूख से बिलखती तो सिर्फ पीने के लिए सिर्फ पानी ही देते थे. खाना देना तो दूर की बात थी. आखिर में उस लड़की के बार-बार कहने पर एक ने थोड़ी इंसानियत दिखाई और दरिंदगी के 48 घंटे बाद मुंबई के दादर स्टेशन पर छोड़ दिया.

दोस्त के लिए छोड़ा था मां-बाप का घर, लेकिन वही नहीं मिला

वो बेबस, लाचार क्या करती. क्योंकि वो खुद ही एक दोस्त से मिलने के लिए अपने मां-बाप का घर छोड़कर 31 अगस्त की रात करीब 10 बजे पुणे रेलवे स्टेशन के लिए निकली थी. स्टेशन से कुछ ही दूरी पर ये अपने माता-पिता के साथ रहती थी. मां-पिता एक नर्सरी में काम करते हैं. लेकिन एक दोस्त की बातों में आकर उससे मिलने के लिए इसने अपने बाबुल का घर छोड़ दिया.

उसने ये सोचा भी नहीं होगा कि बिना बताए घर से निकलना उसकी जिंदगी की सबसे बड़ी भूल होगी. ऐसी भूल जिसका पछतावा ताउम्र होगा. ना सिर्फ पछतावा बल्कि उसका दर्द भी ताउम्र रहेगा. लेकिन जिस दोस्त के लिए उसने ये सब किया आखिर में वही उससे मिलने स्टेशन नहीं पहुंचा था.

इस लड़की की नरकीय जिंदगी का सफर यही ख़त्म नहीं हुआ. लड़की को एक शख्स ने पुणे से मुंबई के दादर रेलवे स्टेशन पर लाकर छोड़ दिया. इस स्टेशन पर दो सफाईकर्मी मिले. दोनों ने उस लड़की को मदद के नाम पर एक जगह ले गए और फिर 12 घंटे तक दुष्कर्म किया. यहां से किसी तरह लड़की निकली और स्टेशन पर आकर एक ट्रेन में बैठ गई.

ऑटो वाले ने मदद के बहाने पिलाई थी नशीली दवा

ऑटो वाले ने रोती हुई लड़की को देखकर पहले उससे बात की. जब लड़की ने दोस्त के बारे में बता दिया तो ऑटो वाला स्टेशन से बाहर निकल आया था. थोड़ी देर बाद वो फिर से लड़की के पास गया और मदद व सांत्वना देने के नाम पर बोतल से पानी पिलाया. इसके बाद कहा कि स्टेशन से कुछ दूर उसका दोस्ते है जो मिलने के लिए बुला रहा है. लड़की जब बाहर निकली तब तक नशीली दवा का असर होने लगा तो आरोपी उसे ऑटो में बिठाकर पहले सुनसान जगह पर ले गया और रेप किया. और फिर होटल के कमरे में ले आया. यहां एक कमरे में लड़की से फिर गंदी हरकत की और फोन करके दोस्तों को भी बुला लिया.

रेलवे सफाईकर्मियों ने भी मदद के बहाने किया गैंगरेप

इस लड़की की नरकीय जिंदगी का सफर यही ख़त्म नहीं हुआ. लड़की को एक शख्स ने पुणे से मुंबई के दादर रेलवे स्टेशन पर लाकर छोड़ दिया. इस स्टेशन पर दो सफाईकर्मी मिले. दोनों ने उस लड़की को मदद के नाम पर एक जगह ले गए और फिर 12 घंटे तक दुष्कर्म किया. यहां से किसी तरह लड़की निकली और स्टेशन पर आकर एक ट्रेन में बैठ गई.

पूरी तरह से सहमी हुई. अब कोई पुरुष को देखती भी तो डर जाती. लेकिन ट्रेन में ना जाने कितनों लोगों की उस पर नजर गई होगी लेकिन किसी ने उसके दर्द को महसूस नहीं किया. ना किसी ने खाने-पीने को पूछा. वो गुमसुम सफर तय करती रही और चंडीगढ़ पहुंच गई.

यहां एक पुलिसवाले की नजर लड़की पर पड़ी. उस पुलिसवाले ने लड़की के दर्द को महसूस कर लिया. उसे हिम्मत देकर चाइल्ड लाईन की महिला अधिकारी संगीता के पास भेजा. इस महिला अधिकारी ने जब उससे प्यार से बातचीत की. उसके दर्द को समझा तब पूरी घटना का पता चला. इसके बाद चंडीगढ़ की जीआरपी पुलिस ने किशोरी के घर वाले थाने वानवाड़ी पुलिस को जानकारी दी.

इससे पहले, किशोरी के घरवाले उसी थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करा चुके थे. इसलिए लड़की के मिलने का पता चल गया. अब लड़की की हालत तेजी से बिगड़ रही थी. इसलिए 4 सितंबर को ही चंडीगढ़ से फ्लाइट से लेकर मुंबई पहुंचे. यहां पर अभी भी लड़की का इलाज चल रहा है. उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. लड़की के दिलोदिमाग में इस कदर खौफ है कि वो किसी भी पुरुष को देखकर डर जा रही है.

इस एक सुराग से पकड़े गए सभी रेपिस्ट

इस घटना के बारे में जानकारी मिलते ही पुणे की पुलिस तुरंत जांच में जुट गई. पुलिस ने रेलवे स्टेशन के आसपास के सीसीटीवी की जांच की. पुलिस ने पुणे रेलवे स्टेशन के बाहर और अंदर लगे 100 से ज्यादा CCTV कैमरों की कई घंटे तक जांच की. एक कैमरे में लड़की की तस्वीर और ऑटो का नंबर मिला.

इसके बाद एक आरोपी को पकड़ कर उससे पूछताछ शुरू हुई. कुछ ही घंटे में उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया. इसके बाद एक-एक करके 12 आरोपियों को दबोच लिया गया. अब पुलिस होटल वाले की भूमिका की जांच कर रही है.

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