धनबाद से सिथुन मोदक की रिपोर्ट
ADJ UTTAM ANAND : पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा, जबड़ा और सिर की टूटी थी हड्डियां, ब्रेन में भी गंभीर चोट से हुई थी मौत
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03 Aug 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:02 PM)
धनबाद के चर्चित जज उत्तम आनंद की मौत के मामले में हैरान कर देने वाला खुलासा हुआ है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में जज का जबड़ा और सिर की हड्डी कई जगहों पर टूटी हुई पाई गई. यही नहीं, सिर पर लगी चोट की वजह से जज उत्तम आनंद की मौत की पुष्टि हुई. शरीर पर तीन जगह बाहरी चोट और सात जगह पर अंदरुनी चोट की बात भी सामने आई है.
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पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर स्पष्ट है कि जज के शरीर पर चोट लगने की वजह से वह बेसुध होकर गिरे थे. इसके अलावा जज के पेट में खून चला गया था. ब्रेन में भी गंभीर चोट लगी थी. इस मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की जांच होगी. पुलिस को वारदात के दिन से पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतज़ार था. अस्पताल के द्वारा पुलिस के अलावा धनबाद के डीसी और एसडीएम को भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी भेज दी गई है.
हाईकोर्ट की फटकार, 8 घंटे बाद क्यों हुई FIR?
इस कांड की जांच कर रही एसआईटी को भी मंगलवार को हाईकोर्ट ने कड़ी फटकार लगाई. हाईकोर्ट ने कहा कि जज की मौत के बाद आठ घंटे प्राथमिकी दर्ज करने में क्यों लगे?. धनबाद में पदस्थापित जज उत्तम आनंद हत्याकांड में हाईकोर्ट ने निर्देश दिया है कि सीबीआई इस मामले की जांच ज़ल्द शुरू करें.
वहीं झारखंड सरकार की ओर से इसकी निगरानी की जाए. लेकिन बावजूद इसके सीबीआई के द्वारा इस मामले में अभी तक एफआईर दर्ज क्यों नहीं हुई. कोर्ट ने सरकार को आदेश दिया है कि जज हत्याकांड में जितने भी दस्तावेज़ हैं वह जल्द से जल्द सीबीआई को दें.
28 जुलाई के दिन कैसे हुई थी जज की मौत?
28 जुलाई 2021
दिन- बुधवार
समय- सुबह 5 बजे
जज उत्तम आनंद मॉर्निंग वॉक कर अपने घर की ओर लौट रहे थे. सड़क पूरी तरह से सुनसान थी. जज साहब सड़क के किनारे एकदम बाईं ओर टहल रहे थे कि तभी पीछे से एक ऑटो रिक्शा आया और जज उत्तम आनंद की तरफ मुड़ गया. जज को बड़ी ही बेरहमी से टक्कर मार मौक़े से फ़रार हो भाग गया. लेकिन हादसे की पूरी तस्वीर सीसीटीवी में कै़द हो चली
कुछ देर बाद स्थानीय लोगों ने जज उत्तम आनंद को सड़क किनारे पड़े देखा. स्थानिय लोगों ने उन्हें शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में भर्ती कराया. जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. सुबह सात बजे तक जब वह घर नहीं लौटे तो परिजनों ने मामले की सूचना सदर थाना को दी. पुलिस ने उनकी तलाश शुरू की. अस्पताल में एक लावारिस शव की सूचना मिलने पर पुलिस वहां पहुंची. जज के बॉडीगार्ड ने उनके शव की पहचान की.
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