अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान का अब विद्रोह शुरू हो गया है. इसकी शुरुआत पंजशीर घाटी से हुई है. ये घाटी वही है जहां आज तक तालिबान कब्जा नहीं कर पाया. अब यहां के लोगों ने तालिबान के खिलाफ जंग छेड़ दी है. ये जंग अफगानिस्तान को बचाने के लिए बनाए गए फ्रंट नॉर्दर्न अलायंस के नेतृत्व में शुरू हुई है.
तालिबान के झंडे को हटाकर लगाया अफ़ग़ान का झंडा, तालिबानियों ने की फायरिंग, 1 की मौत
Demand for democracy: Taliban insurgency begins in Afghanistan, clashes in many places, 1 killed
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18 Aug 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:03 PM)
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इस अलायंस ने पंजशीर घाटी में अपना झंडा भी फहराया है. बताया जा रहा है कि तालिबान से बचने के लिए अफ़ग़ानी सैनिक भी पंजशीर पहुंच चुके हैं. इनकी कमान चर्चित अफगानी नेता अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद के हाथ में है. इनके आह्वान के बाद देश के अलग-अलग इलाक़ों में भी लोग अफ़ग़ानिस्तान के झंडे के साथ लोकतंत्र की मांग कर रहे हैं.
महिलाओं के विरोध को देख लोगों को मिला बल
एक्सपर्ट बताते हैं कि अफगानिस्तान में लोग एकत्र होकर तालिबान का लगातार विरोध कर रहे हैं. खासतौर पर महिलाओं के विद्रोह को देखते हुए इन लोगों को बल मिल रहा है. दरअसल, देश की पहली महिला मेयर ज़रीफा गफ्फारी ने कहा है कि वो तालिबान के सामने झुकेगी नहीं. भले ही उनकी हत्या कर दी जाए.
इनके अलावा भी फिल्ममेकर समेत कई महिलाओं ने विरोध की आवाज उठाई है. इनकी बातों से भी लोगों को हौसला मिल रहा है. क्योंकि जब अफगानिस्तान जैसे देश में महिलाएं आवाज उठा सकती हैं तो फिर आम लोग क्यों नहीं?
तालिबान के झंडे को हटाकर लहराया अफ़ग़ान का झंडा, देखिए वीडियो
अफ़ग़ानिस्तान के जलालाबाद में तालिबान के झंडे को हटाकर लोगों ने देश का झंडा लगा दिया. जिसके बाद अफ़ग़ानिस्तान जिंदाबाद के नारे भी लगाए. लोगों ने तालिबान को देश छोड़ने की भी मांग उठाई.
जलालाबाद में लोकतंत्र की मांग
इसलिए हाल में ही जलालाबाद में भी अफगानिस्तान का झंडा लगा दिया गया. सड़क पर उतरे लोगों ने लोकतंत्र की मांग की. इसकी जानकारी मिलते ही तालिबान ने उस झंडे को हटा दिया. जिसके बाद दोनों पक्षों मे झड़प शुरू हो गई. इस घटना में एक व्यक्ति के मारे जाने की खबर है. इससे पहले, मंगलवार को पाकिस्तान की सीमा से सटे खोस्त प्रांत में भी लोगों ने अफगानी झंडा लेकर प्रदर्शन किया था.
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