क्या है भारतीय छात्रों के यूक्रेन में बंधक होने का सच? विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?

ukraine russia war भारत ने रूस के इस दावे को खारिज कर दिया. विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत को ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली है.

CrimeTak

03 Mar 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:14 PM)

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'रूस और यूक्रेन ने लगाया था आरोप'

पीएम मोदी के रूसी राष्ट्रपति पुतिन से बातचीत के बाद रूस ने दावा किया था कि यूक्रेन की सेना भारतीय छात्रों को बंधक बनाकर धाल के तौर पर इस्तेमाल कर रही है. भारत ने रूस के इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि भारत को ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली है. हालाकि यूक्रेन की सेना ने रूसी सेना पर भारत के नागरिकों को बंधक बनाने का दावा किया था. इन सब के बीच भारत ने अपना रूख साफ़ करते हुए कहा कि भारत को दोनों ही देशों की सेना के ऐसा करने की कोई जानकारी सामने नहीं आई है. भारत ने दोनों देशों के दावे को गलत करार दिया है.

विदेश मंत्रालय ने दावों को किया खारिज

भारत यूक्रेन-रूस युद्ध पर लगातार अपनी नज़र बनाए हुए है. हर एक जानकारी को विदेश मंत्रालय ट्विटर के ज़रिए बता भी रहा है. गुरुवार को भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसे ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली है जिसमें भारतीयों को बंधक बनाया गया है. मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि यूक्रेन में मौजूद भारतीय दूतावास लगातार यूक्रेन में फंसे भारतीयों से संपर्क में है और उन्हें ऐसी कोई सूचना नहीं है.

यूक्रेन के अधिकारियों से भारत की अपील!

मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि,’हमें ध्यान देना चाहिए कि यूक्रेनी अधिकारियों की मदद से कई छात्र कल खारकीव छोड़ पाने में सफ़ल रहे हैं. हमारे पास किसी भी छात्र के बंधक बनाए जाने की कोई ख़बर नहीं है. हमने यूक्रेन के अधिकारियों से अनुरोध किया है कि वो यूक्रेन से विशेष ट्रेनों का इंतज़ाम करे और खारकीव और अन्य हिस्सों में फंसे फारतीय छात्रों को निकलाने में हमारा समर्थन करे.’

'यूक्रेन के मदद की सराहना'

विदेश मंत्रालय ने अपने ट्वीट में कहा, ’हम रूस, रोमानिया, पोलैंड, हंगरी, स्लोवाकिया और मोल्दोवा सहित यूक्रेन के आसपास देशों से हर संभव बातचीत कर रहे हैं. पिछले कुछ दिनों में बड़ी संख्या में भारतीयों को यूक्रेन से सुरक्षित निकाला गया है. भारत यूक्रेन की तरफ़ से दी गई मदद की सराहना करता है.

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