US राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि जिन अफगानियों ने युद्ध में उनके देश की मदद की है, उन्हें अमेरिका अपने यहां शरण देगा। अमेरिका उन अफगानियों को बाद में अमेरिका में शरण दी जा सकती है जिन्होंने युद्ध के दौरान उनके देश की मदद की थी। इस संबंध में उन्होंने ट्वीट किया। वे लिखते हैं कि एक बार स्क्रीनिंग और बाकी औपचारिकताएं हो जाएं, हम उन अफगानियों का अपने देश में स्वागत करेंगे जिन्होंने युद्ध के दौरान हमारी मदद की थी।
बाइडेन का बड़ा ऐलान 'जिन अफगानियों ने मदद की उन्हें अमेरिका में देंगे शरण'
जो बिडेन (Joe Biden) के द्वारा दिया गया बयान, American military की युद्ध के दौरान मदद करने वाले Afghanistani लोगो को बाद में अमेरिका में शरण दी जाएगी, तनाव के बीच एक बड़ी पहल
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24 Aug 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:03 PM)
अमेरिका के इस फैसले का मकसद
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ट्वीट कर बाइडेन ने कहा कि अमेरिका की भी यही पहचान रही है। वो मदद करने वालों के साथ खड़ा रहता है। जो बाइडेन का ये ट्वीट इसलिए ज्यादा मायने रखता है क्योंकि अभी अमेरिका की अफगान नीति को पूरी दुनिया विवादास्पद मान रही है। जिस तरह से अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाने का फरमान सुनाया गया और फिर तालिबान का कब्जा हुआ, ऐसे में अमेरिका के ऊपर जबरदस्त तनाव था। अब उस तनाव के बीच बाइडेन ने ये बड़ी पहल की है। वे अफगानियों को शरण देने को तैयार हैं। ट्वीट में सिर्फ इतना बताया गया है कि जिन अफगानियों ने युद्ध के दौरान अमेरिका की मदद की है, उन्हें नए घर ( अमेरिका) में बुलाया जाएगा।
क्या राहत देने वाला ऐलान ?
क्या सही से होगा पालन ?
लेकिन इस ऐलान पर राष्ट्रपति बाइडेन की तरफ से विस्तार से कुछ नहीं बताया गया है। ऐसे में ये राहत वाला ऐलान जरूर है, लेकिन विस्तृत जानकारी का इंतजार करना होगा। वैसे इससे पहले रविवार को भी जो बाइडेन ने अफगानिस्तान स्थिति पर बड़ी बैठक की थी। उस बैठक में उन्होंने देश की स्थिति पर तो चिंता जाहिर की ही थी, यहां तक कहा था कि अब अफगानिस्तान आतंकियों का नया गढ़ बन सकता है। उन्होंने जोर देकर कहा था कि अफगानिस्तान में सक्रिय IS के आतंकी अमेरिकी सैनिक और आम अफगानी को अपना निशाना बना सकते हैं। लेकिन अब इस ऐलान के बाद अलग अलग चर्चाएं शुरू हो गई है।
अमेरिकी सैनिक कब तक अफगानिस्तान में रहेंगे ?
अमेरिका ने पिछले 24 घंटे में अफगानिस्तान से 10,400 लोगों को रेस्क्यू कर लिया है। अमेरिकी सैनिक 31 अगस्त के बाद अफगानिस्तान रहेंगे या नहीं, 24 घंटे में बाइडेन इस पर भी फैसला ले सकते हैं। हालांकि अमेरिका इस बीच अफगानिस्तान से अमेरिकियों को 31 अगस्त तक सुरक्षित निकाल लाने पर फोकस भी कर रहा है। वहीं, NSA जेक सुलिवन ने खुलासा किया है कि अमेरिका लगातार तालिबान से बात कर रहा है। अफगानिस्तान स्थिति पर जो बाइडेन की ब्रिटेन पीएम बोरिस जॉनसन से बातचीत भी हुई है।
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