आज समाजवादी नेता आज़म खान की अग्नीपरीक्षा है, आज की वोटिंग तय करेगी कि यूपी की सियासत में आज़म खान का मुस्तक्बिल क्या होगा। आजम खान जेल में हैं और वहीं से वो अपने चुनावी दांव चल रहे हैं, अकेले आजम खान नहीं बल्कि उनके साथ-साथ उनके बेटे अब्दुल्ला आज़म भी जूझ रहे हैं।
UP Election: यूपी के सबसे बड़े चुनावी 'रंगबाज़' की इज़्ज़त दांव पर! रामपुर की जनता तय करेगी 'किस्मत'
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14 Feb 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:13 PM)
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रामपुर विधानसभा सीट पर सभी की निगाहें लगी हुई है, जिनके खिलाफ रामपुर के नवाब काजिम अली ताल ठोक रहे हैं। बीजेपी से आकाश सक्सेना और बसपा से सदाकत हुसैन उम्मीदवार हैं। रामपुर सीट पर अस्सी के दशक से आजम खान का कब्जा है और वो 9 बार यहां से विधायक बन चुके हैं। इस बार जेल में रहते हुए चुनावी मैदान में उतरे हैं, ऐसे में देखना है कि रामपुर सीट पर इस बार क्या नतीजे रहते हैं?
स्वार विधानसभा सीट पर आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम खान एक फिर से सपा के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे हैं, जिनके खिलाफ बीजेपी की सहयोगी अपना दल (एस) से नवाब काजिम अली खान के बेटे हैदर अली खान चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं बसपा से शकंरपाल और कांग्रेस ने राम रक्षपाल सिंह उम्मीदवार हैं। 2017 के चुनाव में अब्दुल्ला आजम ने नवाब काजिम अली का मात देकर विधायक बने थे, लेकिन उम्र को छिपाने के मामले में कोर्ट ने उन्हें अयोग्य कर दिया था। इस बार उनकी किस्मत जनता के हाथों दांव पर लगी है।
रामपुर सीट पर समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता मोहम्मद आजम खान का दबदबा रहा है, रामपुर विधानसभा सीट साल 1952 में अस्तित्व में आई थी, और इस सीट से सबसे ज़्यादा 9 बार सपा नेता आजम खान विधायक चुने गए हैं। इस सीट इसलिए सबकी निगाहें क्योंकि सरकार बदलते ही पूर्व मंत्री आजम खान खान पर कार्रवाई हुई है और वो फिलहाल सीतापुर जेल में बंद हैं। ऐसा माना जा रहा है कि अगर वो यहां से इस बार जीतते हैं और सपा की सरकार बनती है तो उनका अगला एक्शन क्या होगा?
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