दिल्ली से संवाददाता हिमांशु मिश्रा की रिपोर्ट
ब्लैकमेलिंग की वारदात से मिली सीख, मिनट भर भी अपना लैपटॉप किसी के भरोसे मत छोड़ देना!
Police arrested 8 year old friend for blackmailing
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25 Sep 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:06 PM)
दरअसल दक्षिण दिल्ली के सी आर पार्क में रहने वाले एक शख्स के घर पर एक लिफाफा आया। उसने जब वो लिफाफा खोला तो उसमें उसे एक पेन ड्राइव मिली और एक धमकी भरा लैटर भी मिला। जब लिफाफा पाने वाले शख्स ने पेन ड्राइव चलाकर देखी तो भौंचक्का रह गया। उस पेन ड्राइव में उसकी और उसकी गर्लफ्रेंड के निजी पलों की वीडियो और तस्वीर थी जो उसके अलावा किसी के पास नहीं थी।
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उसको समझ ही नहीं आ रहा था कि ये तस्वीर और वीडियो आखिर लीक हुए तो कैसे हुए। पेन ड्राइन के साथ ही जो चिट्ठी मिली थी उसमें लिखा गया था कि अगर वो 10 लाख रुपए पूर्वी दिल्ली के लक्ष्मीनगर इलाके में बताई जगह पर नहीं देगा तो यह वीडियो वायरल कर दिया जाएगा।
इस धमकी और पेन ड्राइव के वीडियो देखने के बाद उस लड़के के पसीने छूट गए और वो भागाभागा तुरंत सीआर पार्क थाने पहुंच गया और वहां उसने पुलिस को एक लिखित शिकायत दी।
पीड़ित की शिकायत पर सीआर पार्क थाना पुलिस ने ब्लैकमेलिंग की धाराओं के तहत FIR दर्ज कर ली और 5 टीमों को इस आरोपी को पकड़ने के लिए लगा दिया। एनवलप के अंदर एक पेपर पर लिखा गया था कि लक्ष्मी नगर फ्लाईओवर में लाल रंग के बैग में 10 लाख रुपए फ्लाईओवर के ठीक नीचे सुनसान जगह पर तय वक्त पर रखना है।
इसके बाद पुलिस ने लड़के को वही करने को कहा जैसा कि लेटर में लिखा गया था। पीड़ित से एक लाल रंग का बैग जिसमें कुछ कपड़े और दूसरी चीजें रखवा दी गई। ये चीजें तय वक्त पर फ्लाईओवर की उसी जगह रखी गईं जहां ब्लैकमेलर ने बोला था। पुलिस की टीम ने आसपास के पूरे इलाके में पहले ही ट्रैप लगा दिया था।
इसके बाद रात के करीब 12 बजे एक शख्स लाल रंग की गाड़ी में वहां पहुंचता है वहां उस शख्स ने पहले आसपास के इलाके का जायजा लिया । जब उसने देखा कि कोई नजर नहीं आ रहा है तो वह गया और उसने बैग उठा लिया जैसे ही वह बैग उठाकर वहां से जाने वाला था कि पुलिस टीम ने उसे दबोच लिया। पकड़ में आए शख्स का नाम समीर था और वह गुड़गांव के एक कंपनी में काम करता है।
ब्लैकमेलर की शक्ल देखकर हैरान था पीड़ित
पीड़ित ने भी समीर को तुरंत पहचान लिया क्योंकि दोनों करीब सात आठ साल से एक दूसरे के दोस्त हैं और गुड़गांव में आसपास की कंपनी में काम करते हैं। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि एक बार वह पीड़ित के साथ ग्रेटर कैलाश-2 के M ब्लॉक के एक कैफे में बैठा हुआ था उस वक्त पीड़ित का लैपटॉप उससे ऑन छूट गया था और मौका देखकर उसने पीड़ित के डाटा को एक पेन ड्राइव में कॉपी कर लिया था।
आरोप है कि इसी दौरान वीडियो कॉपी हो गई थी जो पीड़ित और उसके गर्लफ्रेंड की थी। और इसी वीडियो का लाभ उठाकर आरोपी अपने दोस्त को ब्लैकमेल करने की साजिश रख रहा था।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसे ऐशो आराम की जिंदगी जिंदगी जीने की आदत पड़ गई थी और उसके ऊपर इसकी वजह से कुछ लोन हो गए थे जिसे वह उतार नहीं पा रहा था जिसके बाद उसके मन में यह आइडिया आया तो इस तरीके से अपने दोस्त को ब्लैकमेल कर पैसे ले सकता है और अपने तमाम कर्जा उतार सकता है।
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