अब पता चला पुलिस हमेशा मौका-ए-वारदात पर लेट क्यों पहुंचती है ?

punjab gps scam अब पता चला पुलिस हमेशा मौका-ए-वारदात पर late क्यों पहुंचती है punjab में rto की गाड़ियों में लगा दी gps device सरकार को लगा करोड़ों का चूना visit crime tak for more crime news

CrimeTak

16 Nov 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:09 PM)

follow google news

PUNJAB GPS SCAM

इन गाड़ियों में जीपीएस डिवाइस लगा दी गई ताकि इनकी लोकेशन का पता लग सके।पंजाब सरकार की इन गाड़ियों को इस वजह से निशाना बनाया गया क्योंकि ये सड़क पर खड़े होकर वाहनों की चैकिंग करते हैं जो ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हैं साथ ही जो सेल्स टैक्स दिए बिना माल को एक जगह से दूसरी जगह ले जाते हैं।

इन छापामार गाड़ियों की लोकेशन का पता लगाने के लिए इनमें ट्रैकिंग डिवाइस लगाई गई थी।पिछले कुछ वक्त से ऐसा हो रहा था कि छापेमारी से पहले ही गाड़ियां बच निकलती थीं। सरकारी अधिकारियों को भी कुछ अजीब लग रहा था कि कैसे इन दिनों पकड़े गए वाहनों की संख्या कम क्यों होती जा रही है।

उन्हें शक हुआ कि कहीं उनकी गाड़ियों में कोई डिवाइस तो नहीं लगा दी है जो उनके मूवमेंट को ट्रैक कर सके। इस पर उन्होंने गाड़ियों की जांच कराना तय किया। जब जांच की गई तो पंजाब सरकार की 12 गाड़ियों में जीपीएस डिवाइस लगी हुई मिली।

इसके बाद लुधियाना की साइबर सेल को इसकी इत्तिला दी गई। पुलिस ने उन लोगों का पता लगाना शुरु किया है जिनके नाम पर जीपीएस ट्रैकिंग डिवाइस में लगने वाला सिम लिया गया था।

पुलिस को लगता है कि सिम इश्यू कराने वाले लोगों के बारे में पता चलता है तो वो इस पूरे रैकेट का पर्दाफाश कर सकते हैं। पुलिस को लगता है कि इस पूरे रैकेट के पीछे पंजाब के ट्रांसपोर्टस का हाथ हो सकता है जो सड़क पर ओवरलोड ट्रक चलाते हैं जिसकी वजह से सड़कों के साथ ही पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचता है।

पकड़ी गई सभी जीपीएस डिवाइस को चुंबक की मदद से गाड़ियों में लगाया गया था। अभी तक 12 जीपीएस डिवाइस का पता चला है जिसमें 9 जीपीएस लुधियाना के RTO की गाड़ियों में लगे हुए थे। 2 जालंधर और 1 जीपीएस पटियाला के RTO विभाग की गाड़ियों में लगा था।

इस खुलासे के बाद पंजाब के तमाम जिलों के RTO को अपनी अधिकारिक गाड़ी चैक करने के लिए कहा गया है। लुधियाना में तो एक ही गाड़ी में चार-चार जीपीएस डिवाइस लगी हुई थीं । इसी वजह से पुलिस को लगता है कि कई गैंग इस तरह से सरकारी गाड़ियों में जीपीएस लगाने में सक्रीय हैं।

    यह भी पढ़ें...
    follow google newsfollow whatsapp