Delhi Cyber Crime: दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने जिगोलो और एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर नौकरी देने का झांसा देकर हजारों युवकों को ठगने वाले एक गैंग का भंडाफोड़ किया है। लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए आरोपियों ने वेबसाइट्स बनवा रखी थी। इन वेबसाइट्स पर युवकों को अपने जाल में फंसाने के लिए 1 दिन में हजारों कमाने के ऑफर दिए जाते थे और अगर कोई युवक इनके झांसे में फंस जाता और एक बार पीने कॉल कर देता तो फिर वह उससे 40 से 50 हजार की रकम ठग लेते। पुलिस के मुताबिक आरोपी युवकों ने पिछले 5 सालों में करीब चार हजार युवकों से ठगी की है।
Delhi Cyber Crime: जिगोलो और सेक्स वर्कर की नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी, हजारों बेरोजगारों को ठगा
Delhi Crime News: साइबर बदमाशों के एक गिरोह ने जिगोलो और एस्कॉर्ट्स की नौकरी दिलाने के नाम पर नौकरी की तलाश कर रहे हजारों भारतीय युवाओं से ऑनलाइन ठगी की है।
ADVERTISEMENT
करते थे ठगी
08 Feb 2023 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:36 PM)
पुलिस के मुताबिक इस गैंग के मास्टरमाइंड प्लेबॉय सर्विस, नेहा कुलकर्णी प्लेबॉय क्लब, दीपाली क्लब, और प्लेबॉय सर्विस, स्टार फ्रेंडशिप क्लब सर्विस, पल्लवी खुराना क्लब आलिया फ्रेंडशिप जैसे अलग-अलग नामों से कई वेबसाइट बना रखी थी।
ADVERTISEMENT
जब कोई युवक इनके झांसे में फंस जाता तो यह रजिस्ट्रेशन फीस जमा करवाते, इसके बाद उसका एक जॉब आईडी कार्ड बनाते थे। फिर मेंबरशिप कार्ड बनवाया जाता था इसके बाद पास कोड दे देने के नाम पर होटल बुकिंग के नाम पर और सिक्योरिटी के नाम पर जितना पैसा हो सकता सामने वाले से यह निकलवा लेते और एक बार जब इन्हें लगता कि सामने वाला युवक अब और पैसे नहीं देगा या फिर उसे शक हो गया है कि वह ठगी का शिकार हो गया तो ऐसे युवकों का वह फोन उठाना बंद कर देते।
उत्तरी बाहरी दिल्ली के साइबर क्राइम पोर्टल पर नरेला के रहने वाले एक युवक ने शिकायत दी कि जब ऑनलाइन जॉब सर्च के दौरान उसे एक वेबसाइड दिखी "SP Playboy services.com” जिसके साथ एक मोबाइल नंबर भी दिया गया था। शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि शुरुआत में जॉब देने के नाम पर रजिस्ट्रेशन फीस के लिए 2500 जमा कराए गए। इसके बाद व्हाट्सएप पर एक आईडी कार्ड भेज दी गई। शिकायतकर्ता ने कहा कि इसके बाद सामने से 40 परसेंट कमीशन के तौर पर मसाज किसके नाम पर पासपोर्ट के नाम पर होटल बुकिंग के नाम पर उससे करीब 40 हजार लिए गए। सामने वाले ने उसका फोन उठाना बंद कर दिया। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने इस मामले में एफआइआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
दर्ज करने के बाद पुलिस ने टेक्निकल सर्विलेंस और जांच के आधार पर जयपुर से सबसे पहले एक आरोपी कुलदीप सिंह चरण को पकड़ा। पुलिस ने कुलदीप के पास से वह मोबाइल फोन बरामद कर लिया जिसके जरिए वह पीड़ित से संपर्क करता था। इसके बाद पुलिस ने जयपुर से ही श्यामलाल नाम के एक दूसरे आरोपी को गिरफ्तार किया।
पुलिस के मुताबिक दोनों आरोपी 2017 से अब तक जिगोलो और एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर करीब 4000 लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना चुके हैं। पुलिस की जांच में एक दर्जन बैंक अकाउंट की भी जानकारी मिली है जहां पर यह रकम जमा कराए करते थे।
पुलिस के मुताबिक कुलदीप सिंह चरण तो आठवीं पास है लेकिन श्यामलाल बीए बीएड है अच्छी इंग्लिश बोलता है और खास बात यह है कि वह लड़कियों की आवाज में बात करने में एक्सपर्ट है। जरूरत पड़ने पर श्यामलाल एनआरआई महिला बंद कर युवकों को अपने जाल में फंसाने का काम भी करता था।
ADVERTISEMENT