रिजर्व बैंक में 36 साल नौकरी कर चुके अधिकारी भी फंसे साइबर अपराधियों के जाल में, लगाया लाखों का चूना!

cyber criminals duped ex reserve bank officer on pretext of EKYC

CrimeTak

27 Sep 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:06 PM)

follow google news

फरीदाबाद से संवाददाता सचिन गौड़ की रिपोर्ट

ये वारदात दिल्ली से सटे फरीदाबाद की है। फरीदाबाद के सेक्टर 28 में सुधीर बंसल अपने परिवार के साथ रहते हैं। सुधीर कुमार बंसल के मुताबिक उन्होंने 36 से 37 साल भारतीय रिजर्व बैंक की दिल्ली शाखा में काम किया। इसके बाद उन्होंने मणप्पुरम गोल्ड लोन और मुथूट गोल्ड लोन कंपनी में बतौर ब्रांच मैनेजर भी काम किया।

सुधीर को पता था कि साइबर ठग आम आदमी को कैसे ठगी का शिकार बनाते हैं, बावजूद इसके साइबर ठगो ने सुधीर को अपने जाल में फंसाया और उनके साथ ठगी की वारदात को अंजाम भी दे डाला। उन्होंने बताया कि उनके पास लगभग 10-12 दिन से EKYC कराने के लिए मैसेज आ रहे थे जिसे वह बार-बार इग्नोर भी कर रहे थे ।

एक दिन उनके पास फोन आया फोन करने वाले ने सुधीर को बताया कि वो अपना EKYC करा लें जिसके लिए मात्र 10 रुपये की फीस ली जा रही है । उन्होंने सोचा कि भारतीय बैंकिंग की कोई नई गाइडलाइन आई है इसलिए उन्हें इसे करा लेना चाहिए जिसके बाद साइबर ठग ने उनसे एक नहीं बल्कि चार-चार एटीएम और क्रेडिट कार्ड से EKYC कराने के नाम पर उनका ओटीपी ले लिया और फिर बाद में उनके फोन को हैंग कर दिया।

जब तक वह समझ पाते तब तक उनके क्रेडिट कार्ड और एटीएम को मिलाकर लगभग ₹130000 की ठगी हो चुकी थी। आनन फानन में वह बैंक पहुंचे और उन्होंने इसकी शिकायत बैंक में की जिसके बाद बैंक ने उनके सभी एटीएम को होल्ड कर दिया। लेकिन क्रेडिट कार्ड की लिमिट 80000 थी जिस पर साइबर ठगों ने उनके क्रेडिट कार्ड से लगभग ₹75000 की शॉपिंग कर ली थी।

सुधीर कुमार बंसल ने बताया कि इसमें और कई कंपनियों की मिलीभगत हो सकती है इसलिए इसकी जांच कराना अनिवार्य है। इसकी शिकायत सुधीर बंसल ने फरीदाबाद के साइबर थाने में की है ।

उन्हें उम्मीद है कि साइबर सेल जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर लेगी और उन्हें न्याय मिलेगा। वहीं उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि उन्हें ऐसे साइबर ठगों से सतर्क रहना चाहिए किसी भी अनजान नंबर से आए मैसेज और लिंक को नहीं खोलना चाहिए।

वहीं इस मामले में साइबर सेल इंस्पेक्टर बसंत कुमार के मुताबिक उन्होंने शिकायत मिलने पर मामला दर्ज कर लिया है और तफ्तीश में जुट गई है। आरोपियों के तार उत्तराखंड से जुड़े होने के सबूत मिले हैं जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

वही इंस्पेक्टर बसंत कुमार ने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि लोगों को इस इंटरनेट और नई तकनीक के जमाने में इस तरह के ठगों से सावधान रहना चाहिए।

    follow google newsfollow whatsapp