क़ानून की हथकड़ी में नोएडा के नटवरलाल, निशाने पर थे बेरोजगार, लड़कियां करती थी फोन

क़ानून की हथकड़ियों में नोएडा के ठग, हथकड़ियों में ठगों की नई जमात, NOIDA POLICE ARREST FRAUD, PORTAL DATA THEFT, UNEMPLOYED TARGET, LATEST CRIME NEWS, RE AD MORE CRIME NEWS IN CRIMETAK IN HINDI

CrimeTak

04 Feb 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:13 PM)

follow google news

हथकड़ियों में ठगों की नई जमात

LATEST CRIME NEWS:नोएडा की पुलिस ने ठगों की एक ऐसी जमात को हथकड़ियों में जकड़ा है जो स्मार्ट भी हैं, पढ़े लिखे भी हैं और जो पोर्टल से डाटा चुराने में माहिर भी हैं। लेकिन ये सारे के सारे उन मजबूर बेरोजगारों को निशाना बनाते थे जो खुद काम की तलाश में दर दर मारे मारे फिर रहे हैं और जहां कहीं भी उम्मीद नज़र आती थी तो वहां पहुँचने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ते हैं।

पुलिस ने तीन लोगों को पकड़ा है। जिन पर जॉब पोर्टल से बेरोजगार नौजवानों के डाटा चुराने और फिर लोगों को नौकरी का झांसा देकर उनसे ठगी करने इल्जाम है। जिस गिरोह को पुलिस ने दबोचा है उसमें एक लड़की भी शामिल है जो फर्राटेदार अंग्रेजी भी बोल लेती है।

फोन करने वाली लड़की कहां है

NOIDA KE NATWARLAL: नोएडा में फेज़ थ्री की पुलिस ने ममूरा गांव के विशाल मेगामार्ट के पीछे एक मकान पर छापा मारकर गाज़ियाबाद का रहने वाला मनोज वर्मा, विकास और होशियारपुर के संजय को दबोच लिया। जबकि पुलिस को अब शिवानी, गोल्डी यादव और विकास चौहान की तलाश है।

बकौल पुलिस इस शातिर गैंग के निशाने पर वो लोग होते थे जो नौकरी की तलाश में इधर उधर भटका करते हैं और जहां भी वैकेंसी देखते थे अप्लाई कर दिया करते थे। बस ऐसे ही बेरोजगार लोगों को ये गैंग अपना निशाना बनाता था।

डाटा के डकैत

सबसे पहले तो जॉब पोर्टल से उन लोगों का सारा डाटा चुरा लिया करता था और फिर गिरोह की लड़की फोन करके बेरोजगारों को तरह तरह की नौकरी के सब्ज़बाग दिखाकर उन्हें चारा खिलाकर अपने जाल में फंसा लिया जाता था।

जो बेरोजगार इनके झांसे में आ जाते थे उनसे ये गिरोह 2000 से लेकर 5000 रुपये तक अपने अकाउंट में ट्रांसफर करवा लिया करते थे, जिसे इन लोगों ने प्रॉसेसिंग फीस का नाम दे रखा था।

पुलिस की अब तक की तफ्तीश कहती है कि ये लोग रोज के चार से पांच बेरोजगारों को अपना शिकार बनाते थे और कम से कम 20 हज़ार रुपये रोज के कमा लिया करते थे।

सैकड़ों लोग बन चुके हैं शिकार

पुलिस को पता चला है कि ये गिरोह पिछले काफी महीनों से सक्रिय था और अब तक सैकड़ों लोगों को अपना शिकार बना चुका है। फिलहाल पुलिस अब इनके नेटवर्क और इनके बाकी फरार साथियों की तलाश में जुटी है।

और पुलिस ने एक हिदायत भी जारी की है उन बेरोजगारों के लिए कि नौकरी पाने की छटपटाहट में किसी भी जगह अप्लाई करने से पहले उस कंपनी और एजेंसी की पूरी तरह से पड़ताल करने में ही समझदारी है।

    follow google newsfollow whatsapp