इंग्लैंड वाली ‘आंटी’ ने इंडिया वाले ‘अंकल’ को लगा दिया 40 लाख रुपये का चूना

crime news Senior citizen duped by cyber crooks of 40 lakhs

CrimeTak

27 Oct 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:08 PM)

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CYBER CRIME FRAUD NEWS :

बातचीच का सिलसिला चल निकला और दोनों एक दूसरे से मैसेज से बात किया करते थे। महिला ने अपना सुजान मोर्गन बताया था। सोशल मीडिया पर बुजुर्ग की ये मुलाकात इस महिला से साल 2018-19 के दौरान हुई थी। दोनों ने वाट्सअप नंबर भी बदल लिए थे और दोनों आपस में खूब चैट किया करते थे। सुजान बुजुर्ग से हर तरह की बातें किया करती थी और बुजुर्ग भी उसको अपनी अच्छी दोस्त मानते थे।

एक दिन सुजान ने बुजुर्ग को बताया कि उनका इस दुनिया में कोई नहीं है वो अकेली हैं। उनकी काफी उम्र हो चुकी है और तबीयत भी ठीक नहीं रहती। सुजान ने बुजुर्ग को बताया कि उसका कोई नहीं है लिहाजा उसने बुजुर्ग को अपने HSBC के बैंक खाते में अपना नॉमिनी बना दिया है। बुजुर्ग को पहले तो ये बात अजीब लगी और उन्होंने ऐसा ना करने को कहा लेकिन जब सुजान ने समझाया तो वो मान गए।

साल 2020 में बुजुर्ग के पास एक कॉल आई, फोन करने वाले ने बताया कि उसका नाम माइकल लारेंट है और वो HSBC बैंक का ऑपरेशन मैनेजर है। माइकल ने बुजुर्ग को बताया कि सुजान की मौत हो गई है और बैंक में दिए गए नॉमिनी के मुताबिक सुजान के बैंक खाते में जमा पैसे पर अब बुजुर्ग का हक है। वो उनको बताता है कि सुजान के खाते में लगभग 2 करोड़ रुपये की रकम जमा है।

इसके कुछ दिन बाद बुजुर्ग के पास एक और शख्स का फोन आता है जो अपना नाम जॉन बताता है। वो खुद को HSBC बैंक का CHIEF EXECUTIVE DIRECTOR बताता है। जॉन बुजुर्ग को बताता है कि सुजान के खाते में जमा पैसों को खुद के खाते में ट्रांस्फर कराने के लिए उन्हें 50 लाख रुपये की प्रोसेसिंग फीस देनी पड़ेगी। साथ ही उसने बुजुर्ग से उनके तमाम पहचान पत्र भी उसे भेजने के लिए कहा।

बिना किसी जांच पड़ताल के बाद बुजुर्ग जालसाजों के फेंके हुए जाल में फंस गए। उन्होंने 9 जनवरी 2020 से लेकर 6 फरवरी 2021 के बीच बताए गए अलग-अलग बैंक खातों में 40.51 लाख रुपये की रकम ट्रांस्फर कर दी थी। हालांकि जब इतने पैसे देने के बाद भी और भी पैसों की मांग होने लगी तो बुजुर्ग का माठा ठनका।

इसके बाद बुजुर्ग ने इस पूरे मामले की शिकायत क्राइम ब्रांच थाने से की । पुलिस ने मामला दर्ज कर मामले की तफ्तीश शुरु कर दी है। जांच में पता चला है कि जिन सिम का इस्तेमाल बुजुर्ग को फोन करने में किया जा रहा था वो इंग्लैंड के ही थे।

हर रोज ना जाने के कितने लोग इन जालसाजों के जाल में फंसकर अपनी उम्र भर की गाढ़ी कमाई को गंवा बैठते हैं। इसलिए पैसों के लेनदेन को लेकर बेहद सावधान रहना चाहिए।

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