COVID-19 CYBER FRAUD : अब साइबर फ्रॉड बूस्टर डोज के नाम पर ऐसे कर रहे हैं आपसे ठगी

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CrimeTak

14 Jan 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:12 PM)

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Corona Cyber Fraud Letest Trending News : कोरोना की बढ़ती रफ्तार के साथ एक बार फिर से साइबर फ्रॉड भी सक्रिय हो गए हैं. अब साइबर क्राइम ने फिर से बूस्टर डोज के नाम पर ठगी करने लगे हैं.

दरअसल, जिस तरह से लोग बूस्टर डोज (corona booster dose Fraud) लगवाने के लिए तमाम प्रयास कर रहे हैं वैसे ही साइबर क्रिमिनल खुद को कोविड-19 हेल्पलाइन ( Covid-19 Helpline Fraud ) का अधिकारी बताकर लोगों से फोन पर संपर्क कर रहे हैं.

corona booster dose registration Fraud : इस दौरान साइबर ठग (Cyber Crime) भारत सरकार की तरफ से कोरोना बूस्टर डोज लगाने के लिए कुछ सवाल पूछ रहे हैं. इन्हीं सवालों के साथ रजिस्ट्रेशन कराने की मांग कर रहे हैं.

साइबर ठग बता रहे हैं कि रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन या फिर फोन के जरिए ही हो रही है. क्योंकि बढ़ते कोराना वायरस की वजह से कहीं जाने की जरूरत नहीं है.

इसलिए सरकार की तरफ से यह प्रयास किया जा रहा है कि वह फोन पर ही रजिस्ट्रेशन कराकर बूस्टर डोज (corona booster dose) लगाने की तारीख तय कर लें. इसी तरह का झांसा देकर ये साइबर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं और फिर वेरिफिकेशन कोड के नाम पर आपके बैंक खाते का ओटीपी मांगकर ठगी को अंजाम दे रहे हैं.

ऐसे हो रही है ठगी : कोरोना बूस्टर डोज के नाम पर फ्रॉड कॉल

साइबर ठग : क्या आपको दोनों वैक्सीन लग चुकी हैं?

आप कहेंगे : जीं, हां..दोनों डोज लग चुकी है.

साइबर ठग : कन्फर्म कराने के लिए धन्यवाद. आपको अब बूस्टर डोज लगना है. इसलिए आपके रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया ऑनलाइन की जा रही है.

आप कहेंगे : मैंने तो अभी कोई आवेदन या अप्लाई भी नहीं किया.

साइबर ठग : बिल्कुल सर/मैम..हमारे सिस्टम में भी यही बता रहा है कि आपने अप्लाई नहीं किया है. लेकिन सरकार चाहती है कि ये काम घर बैठे ही हो जाए. इसलिए हमलोगों की ड्यूटी लगाई गई है. इसलिए आपको ये कॉल कोरोना हेल्पलाइन नंबर से की गई है. क्या आप चाहते हैं कि फोन पर ही बूस्टर डोज लगाने के लिए आपकी बुकिंग हो जाए.

आप कहेंगे : हां, बिल्कुल, भला कौन परेशान होना चाहेगा.

साइबर ठग : आप अपने आधार नंबर को बस एक बार कन्फर्म करा दीजिए. फिर आपके पास एक वेरिफिकेशन कोड आएगा. उस कोड को बताते ही आपके पास बुकिंग की डेट और समय मिल जाएगा.

इस तरह आप जैसे ही उस कोड के नाम पर ओटीपी बताएंगे तभी ठग आपके खाते को खाली कर देंगे. क्योंकि आजकल आसानी से किसी के भी बैंक खाते की हर डिटेल आसानी से साइबर क्रिमिनल को मिल जा रही है. बस ओटीपी की एक जरूरत होती है. जिसे ये ठग किसी ना किसी बहाने मांगकर आपको धोखाधड़ी का शिकार बनाते हैं.

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