इस फर्जी APP से ये शातिर साइबर अपराधी ऐसे लूट लेते थे आपके जीवन भर की कमाई, जानें पूरा मामला

एक Fake App आपके जीवन भर की कमाई को लूट सकता है, ठगी करने वाले बड़े मॉड्यूल पर शिकंजा

CrimeTak

25 Nov 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:10 PM)

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अरविंद ओझा की रिपोर्ट

Cyber Crime News: दिल्ली पुलिस की IFSO यूनिट यानी साइबर क्राइम यूनिट ने पश्चिम बंगाल ,बेंगलुरु और झारखंड में छापेमारी कर 12 लोगों को गिरफ्तार किया है,जिसमें मास्टर माइंड मुस्लिम अंसारी जामताड़ा से पकड़ा गया है,ये लोग बैंक की फ़र्ज़ी वेबसाइट और एप के जरिये अलग अलग राज्यों में करीब 4000 लोगों के साथ ठगी कर चुके हैं.

वेबसाइट और एप दोनों फ़र्ज़ी होते थे

शिकायतकर्ता जब किसी शिकायत के लिए उन नम्बरों पर फोन करते थे तो गैंग के लोग बैंक अधिकारी बनकर उनसे बात करते थे फिर गैंग के लोग बैंक की वेबसाइट पर जाने और बैंक का एप डाऊनलोड करने के लिए कहते थे,वेबसाइट और एप दोनों फ़र्ज़ी होते थे क्योंकि ये वेबसाइट और एप इनके द्वारा बनाये हुए होते थे.

पुलिस के मुताबिक़ बी पॉल नाम के एक शख्स ने शिकायत की कि उसने केनरा बैंक के कस्टमर केयर नंबर को इंटरनेट पर सर्च किया और वहां उसे 9883227013 ये गलत कस्टमर केयर नंबर दिखा.

इस नंबर पर कॉन्टेक्ट करने के बाद इसे कस्टमर केयर वाले शख्स ने उसे www.customercomplaintregisters.com इस वेबसाइट का लिंक दिया और इसपर अपनी शिकायत पोस्ट करने की सलाह दी. ये वेबसाइट केनरा बैंक की वेबसाइट की तरह दिखती थी और इसपर केनरा बैंक का logo भी लगा था, जैसा कि कस्टमर केयर ने कहा था इस पीड़ित ने बैंक से रिलेटेड अपनी शिकायत पूरे एकाउंट नंबर के साथ इसपर कर दी.

वेबसाइट्स पर जो स्टेप्स इस शख्स को फॉलो करने के लिए कहा गया उसने वह सब फॉलो करने पर पीड़ित के मोबाइल फोन में एक एप्लिकेशन/मालवेयर ऑटोमेटिक डाउनलोड हो गया और तुरन्त इनके एकाउंट से 27.10 लाख रुपए 8 अलग अलग एकाउंट में ट्रांसफर हो गए, शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की और जांच शुरू कर दी.

टेक्निकल इन्वेस्टिगेशन (technical investigation) और ह्यूमन इंटेलिजेंस (human intelligence) से पता लगा की ये मॉड्यूल पेन इंडिया काम कर रहा है, जांच के आधार पर दिल्ली पुलिस ने सितंबर 2021 में रेड करके झारखंड के जामताड़ा के रहने वाले 6 आरोपियों को बैंगलोर से गिरफ्तार किया था गिरफ्तार आरोपियों में मोहम्मद मुजाहिद अंसारी, आसिफ अंसारी, गुलाब अंसारी, शाहनवाज अंसारी, बहारुद्दीन अंसारी, बशरूद्दीन अंसारी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.

जांच में पता चला कि इनका वेस्ट बंगाल में एक अलग मॉड्यूल काम करता है जो इन्हें सिम कार्ड और बैंक एकाउंट प्रोवाइड कराता था. इन्फॉर्मेशन के बाद IFSO यूनिट ने वेस्ट बंगाल और जामताड़ा में रेड्स की और 5 आरोपी को गिरफ्तार किया. 23 नवंबर 2021 को इस मॉड्यूल के मास्टरमाइंड जिसका नाम अंसारी है और वो जामताड़ा का रहने वाला है इसे भी गिरफ्तार कर इसकी पुलिस कस्टडी ली गई.

वेस्ट बंगाल मॉड्यूल अलग अलग ऑनलाइन चीटिंग गैंग्स को लॉजिस्टिक प्रोवाइड कराता था साथ ही नारकोटिक्स ट्रैफिकिंग गैंग्स की भी मदद करता था. शुरुआती जांच में ये भी पता लगा है की अफ्रीकन नागरिक वेस्ट बंगाल और नार्थ ईस्ट के राज्यो के सिम कार्ड बातचीत के लिए इस्तेमाल करते है. इनके पास से 26 मोबाइल फोन, 1 लैपटॉप, 156 सिम कार्ड, 11 एटीएम कार्ड बरामद किए गए है.

इनकी गिरफ्तारी से पूरे भारत मे लगभग 1000 केसों में इनका इंवॉलमेंट मिला है. जामताड़ा में बेस्ट इस मॉड्यूल का मास्टरमाइंड अंसारी ऐसे कई मॉड्यूल के सम्पर्क में था वो भी बिना किसी कम्युनिकेशन लेयर के. इनके पास से 111 बैंक एकाउंट जो मिले है उन्हें फ्रीज कर दिया गया है

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