Pune, Maharashtra: पुणे में पिछले महीने एक खुदकुशी हुई थी। लेकिन जब उस सुसाइड की कड़ियों को खंगालते खंगालते पुलिस सिरे तक पहुँची तो एक ऐसा सेक्सटॉर्शन रैकेट (Sextortion Racket ) पकड़ में आया जिसकी चपेट में आने के बाद किसी भी इंसान के लिए मौत सस्ती और जिंदगी भार लगने लगती है। पुणे पुलिस ने जिस सेक्सटॉर्शन रैकेट को पकड़ा वो करीब 1900 किलोमीटर दूर कोलकाता में बैठा हुआ अपने अगले शिकार को फंसाने की फिराक में था। पुलिस की तफ्तीश में ये बात खुली कि कैसे इस रैकेट के चंगुल में फंसकर पुणे के उस नौजवान ने अपनी जान देदी। असल में पुणे के दिघी थाने की पुलिस ने जो खुलासा किया वो न सिर्फ चौंकाने वाला है बल्कि बेहद डरावना भी है।
एक Suicide ने उजागर किया Sextortion रैकेट का खौफनाक चेहरा, 1900 KM दूर बैठकर ऐसे फैलाया था मौत का फंदा
Sextortion Racket Exposed: पुणे की चिंचवड़ पुलिस ने एक ऐसे सेक्सटॉर्शन (Sextortion) रैकेट का पर्दाफाश किया है जिसने करीब 1900 किलोमीटर दूर बैठकर एक शख्स के लिए मौत का फंदा तैयार कर दिया। पुलिस ने जब इस शातिर गैंग की मॉडस ऑपरेंडी का खुलासा किया तो सुनने वाले दंग रह गए।
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• 12:54 PM • 12 Jun 2024
खुदकुशी से खुली फाइल
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इस किस्से की शुरुआत हुई 15 मई 2024 को। पुणे के दिघी इलाके में रहने वाले 35 साल के किरण नामदेव दातिर ने रात करीब 9.30 बजे अपने ही घर पर खुदकुशी कर ली। किरण नामदेव के ममेरे भाई सौरभ शरद विरकार ने पुलिस में एक शिकायत दर्ज करवाई जिसके मुताबिक किरण नामदेव की इस आत्महत्या के पीछे कोई बड़ी गहरी चाल लगती है। पुलिस ने खुदकुशी की इस शिकायत को बेहद गंभीरता से लिया और किरण नामदेव की आत्महत्या की वजहों को खंगालने में जुट गई।
Sextortion Racket का डरावना सच
जैसे जैसे कड़ी खुलती गई, इस सेक्सटॉर्शन रैकेट (Sextortion Racket ) की डरावनी सच्चाई भी सामने आती गई। तफ्तीश के दौरान पुलिस की नज़र किरण नामदेव के वॉट्सऐप पर गई। कई मैसेज खंगालने के बाद पुलिस को अचानक कुछ ऐसा नज़र आया, जिसने उसके कान खड़े कर दिए। उसी वॉट्सऐप मैसेज में पुलिस को कुछ ऐसे नंबर दिखे जिनके जरिए किसी कॉलगर्ल की बात हुई थी। किरण नामदेव के मोबाइल से एक ऐसा नंबर भी मिला, जिस पर किरण नामदेव ने कॉलगर्ल समझ कर बात की थी। वॉट्सऐप की हिस्ट्री खंगाली तो सारी कहानी एक झटके में सामने आ गई। हुआ ये कि वॉट्सऐप कॉल के दौरान किरण नामदेव की एक नंबर पर वीडियो कॉल हुई और वीडियो कॉल पर अश्लील तस्वीरें कैप्चर की गई थीं।
रकम के साथ depression
इसके बाद किरण नामदेव से उसी वीडियो और तस्वीरों के एवज में पैसों की मांग की गई। पहले ये डिमांड सिर्फ 12000 की थी लेकिन बाद में बढ़ते बढ़ते ये रकम 51 लाख तक जा पहुँची। इतनी बड़ी रकम के एक्सटॉर्शन ने किरण नामदेव को डिप्रेशन में लाकर खड़ा कर दिया और उसी अवसाद में किरण नामदेव ने खुदकुशी कर ली। पुलिस ने उन्हीं नंबरों का सहारा लेकर आगे बढ़ी और सीधे कोलकाता के नगर बाजार इलाके में जा पहुँची जहां उसने 6 लोगों को सेक्सटॉर्शन रैकेट चलाने के इल्जाम में गिरफ्तार किया। पुलिस ने जगदीश सिंह, नवीन कुमार महेश राम, सागर महेंद्र राम, मुरली हीरालाल केवट, अमर कुमार राजेंद्र राम और धीरेन कुमार राज कुमार पांडे को गिरफ्तार किया। उनके पास से पुलिस को 15 स्मार्टफोन, सात वॉयस चेंजिंग मोबाइल डिवाइस, 40 सिमकार्ड, 14 डेबिड कार्ड, 8 आधार कार्ड, 8 पैन कार्ड और 8 नोटबुक के साथ साथ पौने पांच लाख से ज्यादा की रकम कैश में बरामद की।
शातिर Modus Operandy
अब पुलिस के सामने पकड़े गए शातिरों की चाल और उनकी मॉडस ऑपरेंडी (Modus Operandy) एकदम शीशे की तरफ साफ हो गई थी। सबसे पहले ये गैंग नए सिमकार्ड से एक Gmail पर अपना अकाउंट चालू करता है, जिसमें एक भी जानकारी सही नहीं होती। उसके बाद गूगल के जरिए देश भर की कई टॉप क्लास कॉलगर्ल (Call Girl) की तस्वीरें और उनके नंबर का जुगाड़ करते थे। फिर ये अपना शिकार तलाशते थे। इनके शिकार आमतौर पर वो लोग होते थे जो कॉलगर्ल के साथ बात और वीडियो चैट करने में खासी दिलचस्पी रखते हैं। ये गैंग अपने शिकार को ये यकीन दिलवाता था कि वो लोग पूरे देश में कहीं भी कॉलगर्ल मुहैया करवा देते हैं।
Voice Changing Device का कमाल
इसके बाद शिकार को कॉल लगाई जाती और मोबाइल वॉयस चेंजिंग डिवास (Voice Changing Device) के जरिए आवाज बदलकर उसके साथ लच्छेदार बातें की जातीं और अपने शिकार की अश्लील तस्वीरें और वीडियो रिकॉर्ड कर लिए जाते। एक बार वीडियो और तस्वीर हाथ में आते ही इनका लूट खसोट और शिकार से रकम वसूलने का धंधा शुरू होता। ये लोग अपने शिकार को उसकी अश्लील तस्वीरों को सोशल मीडिया पर डालने की धमकी देकर उससे मनमानी रकम वसूल लेते। और एक बार रकम मिलने के बाद वो लगातार रकम बढ़ाते जाते ।
इसी जाल में इस गैंग ने किरण नामदेव को फंसाया और उसकी कुछ अश्लील तस्वीरों के जरिए उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया था। लेकिन जब बात किरण के बर्दाश्त के बाहर चली गई तो उसने ये परेशानी किसी से साझा करने की बजाए अपनी जीवन लीला खुद अपने ही हाथों से समाप्त कर ली।
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