महिलाओं के शवों के साथ क्या करता था Bareilly का Serial killer? खुद किया ये चौंकाने वाला खुलासा

Bareilly Psycho Killer News: उत्तर प्रदेश के बरेली में जिस सीरियल किलर की गिरफ्तारी हुई है, उसके कारनामों से सभी हैरान हैं.

Bareilly Psycho Killer

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12 Aug 2024 (अपडेटेड: Aug 12 2024 6:52 PM)

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Bareilly Psycho Killer News:  वो सीरियल किलर जिसने बरेली के 90 गांवों के लोगों की नींद हराम कर रखी थी. वो सीरियल किलर, जिसके चलते महिलाओं ने घर से अकेले बाहर निकलना बंद कर दिया था, वो सीरियल किलर, जिसके चलते लोग खेतों में काम करने जाने से डरने लगे थे, जिसके चलते महिलाएं अपने साथ हथियार लेकर चलने को मजबूर होने लगी थी, आखिरकार वो साल भर बाद पकड़ा गया. लेकिन पकड़ा भी गया तो करीब 7 या फिर उससे भी ज्यादा महिलाओं की जान लेकर.

अकेली महिला को देख कर रिलेशन बनाने की कोशिश

मगर आखिर ये सीरियल किलर क्यों चुन-चुन कर महिलाओं की ही जान ले रहा था? क्यों वो सुनसान सड़कों पर अकेली महिलाओं को टारगेट करता था? क्यों उसने क़त्ल के लिए सिर्फ़ 50 से 60 साल की उम्र वाली महिलाओं को ही चुना? क्यों उसने हर क़त्ल साड़ी के पल्लू या फिर महिलाओं के दुपट्टे से किया? और आख़िर उसके दिमाग़ में ऐसा क्या चलता था कि वो सिर्फ महिलाओं को ही मारता था? ये सवाल जितने अहम हैं, सीरियल किलर की गिरफ्तारी के बाद इनके जवाब भी उतने ही चौंकाने वाले सामने आए हैं. लेकिन इससे पहले कि हम साल भर से रहस्य बने इस सीरियल किलर के पहले क़त्ल से लेकर उसके पकडे जाने तक की पूरी कहानी आपको तफ्सील से सुनाएं, आइए सबसे इस सीरियल किलर की तलाश के लिए चलती तफ्तीश के एक अजीब पहलू पर या यूं कहें कि एक अजीब इत्तेफ़ाक पर नजर डालते हैं.

अकेली महिला को देख कर रिलेशन बनाने की कोशिश

अब आइए इसी सीरियल किलर के पकडे जाने से महज़ एक रोज़ पहले पुलिस की ओर से जारी किए गए इन तीन स्केचेस पर निगाह डालते हैं. खास कर इन दो स्केचेस पर. कुछ ग़ौर किया आपने? असल में इन स्केसेच से पकड़े गए आरोपी का चेहरा हु ब हू मिलता है. कुछ इतना जिसे शायद आइडेंटिकल कहें, तो भी ये गलत नहीं होगा.

अकेली महिला को देख प्रपोज करता

सिलसिलेवार तरीके से पूरी कहानी समझते हैं. बरेली जिले के तीन थाना इलाकों शाही, शीशगंज और फतेहगंज में पिछले साल जुलाई महीने से ही रह-रह कर महिलाओं की हत्याएं हो रही थी और इन हत्याओं में गजब की सिमिलैरिटी थी. मतलब तकरीबन सारी की सारी हत्याएं दोपहर के वक़्त हुई थी. क़ातिल जो भी था महिलाओं को और खास कर 50 से 60 साल के एज गुप की महिलाओं की हत्याएं कर रहा था. वो उन्हीं महिलाओं की हत्या करता था, जो अकेली होती थी. हत्या के लिए वो महिलाओं की साड़ी के पल्लू या फिर उनके दुपट्टों का ही इस्तेमाल करता था और उनके गले के बांयी ओर गांठ लगा देता था. एक और खास बात ये थी कि ज्यादातर क़त्ल गन्ने के खेतों में या उसके आस-पास ही हुए थे. और ये सारी बातें इस बात की ओर ईशारा कर रही थी कि क़त्ल की इन वारदातों के पीछे किसी सीरियल किलर का ही हाथ है.

आधा दर्जन महिलाओं को सेम पैटर्न पर मार डाला


खास बात ये है कि इस सीरियल किलर ने पिछले साल जुलाई से लेकर नवंबर महीने तक एक-एक कर तकरीबन पांच से छह महिलाओं कत्ल किया, लेकिन इसके बाद ये काफी दिनों तक इनएक्टिव रहा. यानी इसके बाद इसने फिर लंबे वक्त तक किसी को अपना शिकार नहीं बनाया. मगर इसी साल जुलाई के महीने में 2 तारीख को इसने उसी शाही थाना इलाके में एकाएक फिर एक और महिला की हत्या कर दी और पुलिस की रडार में आ गया. असल में पुलिस ने गौर किया कि इस महिला की हत्या भी ठीक उसी तरह की गई थी, जिस तरह पिछले साल पांच या छह महिलाओं की हत्या हुई थी. ऐसे में पुलिस ने इसे सीरियल किलिंग से जोड कर देखना शुरू किया और फिर नए सिरे से अपनी तफ्तीश चालू की, जिसे नाम दिया ऑपरेशन तलाश. और इस सिलसिले में पुलिस ने संदिग्ध स्केचेस भी बनवाए और आखिरकार मुखबिरों से मिले इनपुट और संदिग्ध हरकतों को देखते हुए पुलिस ने 35 साल के कुलदीप नाम के एक शख्स को गिरफ्तार कर लिया, जिसने एक-एक कर ना सिर्फ कई महिलाओं का क़त्ल करने की बात कबूल कर ली, बल्कि पूछताछ के दौरान पुलिस को हर उस जगह पर ले कर गया, जहां उसने महिलाओं की हत्या की थी.

अब सवाल ये है कि आखिर ये सीरियल किलर महिलाओं की ही जान क्यों लेता था? और वो भी बिल्कुल एक तरीके से? तो पुलिस ने इसका भी जवाब दिया. पुलिस का कहना है कि आरोपी नशे का आदी था और उसकी निजी जिंदगी में भी काफी उथल-पुथल थी. उसकी मां की मौत के बाद सौतेली मां घर में आई, जिसने कथित तौर पर उसे काफी परेशान किया, जिससे वो महिलाओं से चिढ़ने लगा था. इसके बाद उसकी शादीशुदा जिंदगी भी ठीक नहीं रही... उसकी आदतों से उब कर उसकी बीवी उसे छोड़ कर चली गई. जिसके बाद महिलाओँ से उसकी नाराजगी और भी बढ़ गई और फिर वो महिलाओं को टारगेट करने लगा... वो अकेली महिलाओं को देख कर उनसे रिलेशन बनाने की कोशिश करता, जो तैयार हो जाती, उन्हें छोड़ देता और जो ना करती, उनकी हत्या कर देता. चूंकि वो ये सब बगैर किसी हथियार के ही करता था, वो महिलाओं के कपड़ों से ही गला घोंट कर उनकी जान लेता था.

महिलाओं की हत्या करने के बाद इसलिए ले जाता था निशानी 


पुलिस की मानें तो बरेली के ही ग्रामीण इलाके से आने वाला कुलदीप एक बंजारे की तरह जिंदगी जीता था और अक्सर से बाहर रहता था. उसका अपना घर नहीं था वो अक्सर अपनी दो बहनों या रिश्तेदारों के यहां खाने-पीने के लिए पहुंचता और फिर खाना खाकर बाहर निकल जाता. लोग उसे देखते और जानते थे, लेकिन कभी ये नहीं समझ सके कि कुलदीप ही महिलाओं का कत्ल कर रहा है. इसलिए वक्त गुजरता और वारदातें होती रहीं लेकिन वो पहले पकडा नहीं किया. वो तो जब पुलिस ने ऐसे घूमने-भटकने वाले लोगों, नशे के आदी और संदिग्ध लोगों की सूची बनाने की शुरुआत की, तब कुलदीप पुलिस की रडार पर आया. इसके बाद जब उसके व्यवहार, निजी जिंदगी और उसकी हरकतों का पता चला तो पुलिस का शक उस पर गहरा किया और शक के आधार पर ही उसकी गिरफ्तारी भी हुई. लेकिन जब पूछताछ हुई, तो उसने ना सिर्फ कत्ल की बातें कबूल कीं, बल्कि उसके पास कुछ महिलाओं के कपड़े, उसने लूटे गए हंसिये, आधार कार्ड और रुपयों की बरामदगी हुई, जिससे मामला पूरी तरह साफ हो गया कि महिलाओं की जान लेने वाला कोई और नहीं बल्कि कुलदीप ही है.

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