आवारा कुत्तों के झुंड ने नोच नोचकर बच्ची की ली जान, Rabies से Doctor की हो गई मौत

Terror of Stray Dogs: आवारा कुत्तों की दहशत की जद में समूचा हिन्दुस्तान है। उत्तर प्रदेश से लेकर केरल तक कुत्तों के खौफ ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है। उत्तर प्रदेश के कानपुर में आवारा कुत्तों के झुंड ने दो बच्चों को बुरी तरह नोच लिया जिसमें पांच साल की बच्ची की जान चली गई जबकि केरल में एक होम्योपैथिक डॉक्टर की रेबीज से मौत हो गई।

CrimeTak

28 May 2024 (अपडेटेड: May 28 2024 11:03 AM)

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Kanpur UP: कुत्तों के हमले की ये दोनों खबरें सुर्खियां बनी हुई हैं। कभी किसी शहर में तो कभी कहीं किसी सोसाइटी में कुत्तों के आतंक की खबर सामने आकर जेहन में खौफ की दस्तक देने लगती है। सबसे ताजा वाकया उत्तर प्रदेश के कानपुर से सामने आया जब यहां आवारा कुत्तों के एक झुंड ने दो मासूम बच्चों को पकड़कर नोच डाला। इस हमले में एक बच्ची की मौत हो गई जबकि उसका मासूम भाई जिंदगी और मौत के बीच अस्पताल में अब भी झूल रहा है। जबकि केरल से और भी ज़्यादा हैरतअंगेज मामला सामने आया जिसमें आवारा कुत्तों की वजह से एक डॉक्टर को अपनी जान गंवानी पड़ी।

आधी रात को किया हमला

आलम ये है कि कुत्तों के काटने के बाद हुई बेटी की मौत को लेकर घरवालों ने ऐसा हंगामा काटा कि दादानगर फ्लाई ओवर पर लंबा जाम लग गया। ये वाकया कानपुर के गोविंद नगर के सीटीआई बस्ती का है। इसी बस्ती में रहने वाला छोटू पार्टियों में वेटर का काम करता है। जबकि उसकी पत्नी भी इधर उधर घरों में काम करके जैसे तैसे घर चला रही थी। लेकिन रविवार को उनके ऊपर सितम टूटा और रात 12 बजे उनकी पांच साल की बेटी खुशी और उसका छोटा भाई एक साल का भोला घर के बाहर सो रहे थे। तभी आवारा कुत्तों के एक झुंड ने इन सोते हुए भाई बहन पर धावा बोल दिया और देखते ही देखते कुत्तों ने दोनों बच्चों को बुरी तरह नोच डाला।  

बेटी Postmortem House में, बेटे के लिए Injection 

कुत्तों ने खुशी और भोला को बुरी तरह से नोच डाला। घरवालों और आस पड़ोस के लोगों ने जैसे-तैसे कुत्तों को वहां से खदेड़ा। कुत्तों ने मासूम खुशी की गर्दन को बुरी तरह नोच लिया था जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घरवाले जब बच्ची को लेकर रतनलाल नगर के एक निजी अस्पताल पहुँचे तो वहां डॉक्टरों ने खुशी को मृत घोषित कर दिया जबकि उसका एक साल का भाई भोलू हैलट अस्पताल में भर्ती है। इस मंजर को देखकर वहां मौजूद तमाम लोगों की आंखों में आंसू आ गए। बच्ची की लाश पोस्टमार्टम हाउस में पड़ी थी और मां अपने दूसरे बच्चे को इंजेक्शन लगवाने अस्पताल में इधर से उधर दौड़ रही थी। 

लाश सड़क पर रख कर जाम लगाया

आवारा कुत्तों की समस्या इस इलाके में नई नहीं है। मगर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस घटना के बाद गुस्साए लोगों ने बच्ची की लाश लेकर चौराहे पर जाम लगा दिया। बाद में पुलिस ने मौके पर पहुँच कर घरवालों को समझाया बुझाया और रास्ता खुलवाया। इस घटना के बाद ही एसीपी ने नगर निगम के आधिकारियों को आवारा कुत्ते पकड़ने के लिए अभियान छेड़ने की सिफारिश की है। 

Homeopathic Doctor को रेबीज

इसी बीच एक खबर केरल से सामने आई जिसमें एक डॉक्टर की रेबीज से मौत की खबर है। बताया जा रहा है कि एक होम्योपैथिक डॉक्टर को कुछ रोज पहले आवारा कुत्ते ने पंजा मार दिया था जिससे उसे रेबीज का संक्रमण हो गया था। पुलिस ने बताया कि केरल के पलक्कड़ में एक 46 साल की महिला डॉक्टर की सोमवार को जिले के मन्नारकड़ में रेबीज संक्रमण से मौत हो गई। महिला को लगभग दो महीने पहले कुमारमपुथुर में अपने घर के पास एक कुत्ते ने पंजा मार दिया था जिससे वो जख्मी हो गई थी।

सांस लेने में हुई दिक्कत

हालांकि उन्होंने इसे मामूली चोट समझकर नजरअंदाज किया और मेडिकल हेल्प न लेने का फैसला किया। रविवार को उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई, जिसके बाद उन्हें बेचैनी और सांस लेने में दिक्कत के चलते नजदीकी अस्पताल में इलाज के लिए जाना पड़ा। जांच करने पर उनमें रेबीज संक्रमण की पुष्टी हुई जिसके बाद तुरंत उन्हें त्रिशूर के सरकारी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। कथित तौर पर महिला अपने पति के साथ अस्पताल के अधिकारियों को सूचित किए बिना सोमवार को सुबह मेडिकल कॉलेज से चली गई। इसके बाद सोमवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे उनकी अपने ही घर पर मौत हो गई। 

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