डार्क वेब, एनक्रिप्टेड कंटेंट और ISIS, कौन था स्कूलों में धमकी भेजने वाला?
Delhi School Threat Case Update: दिल्ली स्कूल ईमेल धमकी मामले में बड़ा अपडेट सामने आ रहा है।
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Delhi School Threat Case Update: दिल्ली स्कूल ईमेल धमकी मामले में बड़ा अपडेट सामने आ रहा है। जांच एजेंसियों का कहना है कि हो सकता है कि ईमेल के जरिए धमकी भेजने के लिए डार्क वेब का इस्तेमाल किया गया हो। जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल ई-मेल में किया गया है, वो एनक्रिप्टेड कंटेंट है। ISIS का मॉड्यूल इसे अंजाम दे सकता है, ऐसा एजेंसियों का मानना है।
संस्कृति स्कूल में दो बार ई-मेल आया
जांच में पता चला है कि दिल्ली के संस्कृति स्कूल में धमकी के 1 नहीं बल्कि दो मेल आये थे। सूत्रों के मुताबिक, दोनों मेल में ज्यादा टाइम डिफरेंस नहीं था। पहला मेल @mail.ru से था तो वही दूसरा मेल @gmail की तरफ से था। दोनों ही मेल को जांच के लिए दिल्ली पुलिस ने साइबर यूनिट को दे दिया है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, स्कूल को 2 बार बम स्क्वाड की मदद से चेक किया गया है। स्कूल से कुछ संदिग्ध नहीं मिला। पुलिस ने एफआईआर में 120 बी यानी आपराधिक षडयंत्र और 506 यानी जान से मारने की धमकी देने की धारा जोड़ दी है। फिलहाल स्पेशल सेल की काउंटर इंटेलिजेंस यूनिट पूरे मामले की जांच में जुटी है। जिस तरह से इलेक्ट्रॉनिक फुटप्रिंट मिटाने की कोशिश की गई और प्रॉक्सी सर्वर का इस्तेमाल कर जांच एजेंसियों को गुमराह करने की कोशिश की गई है। इस वजह से पुलिस को बड़ी साजिश नजर आ रही और धारा 120 जोड़ी गई है।
कहां बैठकर, किस सिस्टम से ये मेल ओरिजिनेट हुआ?
ई-मेल भेजने के लिए किस सिस्टम का इस्तेमाल किया गया और कहां से ये मेल ओरिजिनेट हुआ, इसका पता लगाने की कोशिशें की जा रही है। पुलिस का कहना है कि लगभग सभी स्कूलों को एक जैसे ही ई-मेल भेजे गए और इन सभी स्कूलों की जांच के बाद ये धमकी एक अफवाह साबित हुई जिस आईडी से ये ई-मेल भेजा गया, वो आईडी है, 'savariim@mail.ru'... 'सवारीम', जिसका मतलब तलवारें टकराना होता है। ये अरबी भाषा का वही शब्द है, जिसे पहली बार आतंकवादी संगठन ISIS ने वर्ष 2014 में इस्तेमाल किया था। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, ये ई-मेल Russia के सर्वर से भेजा गया है। ई-मेल में 'पवित्र कुरान की आयतें' भी हैं।
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