गोरखपुर में अर्थी पर लेट कर नामांकन भरने पहुंचे अर्थी बाबा, एमबीए पास नेता ने श्मशान में खोला चुनावी दफ्तर
Gorakhpur: श्मशान घाट पर अपना चुनाव कार्यालय खोलने वाले यादव ने कहा कि उन्हें श्मशान घाट पर अपना संसदीय चुनाव कार्यालय खोलने और अर्थी पर सवार होकर अपना नामांकन दाखिल करने के लिये आने में कोई समस्या नहीं दिखती है।
ADVERTISEMENT
Uttar Pradesh: गोरखपुर लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी राजन यादव उर्फ अर्थी बाबा मंगलवार को ‘अर्थी पर सवार’ होकर कलेक्ट्रेट पहुंचे और नामांकन दाखिल किया। अर्थी बाबा के नाम से मशहूर राजन यादव अर्थी पर सवार होकर कचहरी पहुंचे और गोरखपुर लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर पर्चा दाखिल किया।
श्मशान घाट में चुनाव ऑफिस
राजन यादव ने कहा कि गोरखपुर में सबसे ज्यादा वाहनों का चालान होता है। वह चाहते हैं कि मोटर वाहन अधिनियम को खत्म किया जाए। उन्होंने पूछा, ''जो मजदूर बाहर से काम करने आया है, वह चालान की रकम कहां से लायेगा?'' यादव ने यह भी कहा कि मोबाइल फोन पर बंद की गई पूरी जिंदगी इनकमिंग कॉल को जारी रखा जाना चाहिये।
अर्थी पर लेटकर चुनाव प्रचार
श्मशान घाट पर अपना चुनाव कार्यालय खोलने वाले यादव ने कहा कि उन्हें श्मशान घाट पर अपना संसदीय चुनाव कार्यालय खोलने और अर्थी पर सवार होकर अपना नामांकन दाखिल करने के लिये आने में कोई समस्या नहीं दिखती है। यादव ने यह भी कहा कि उन्होंने अविवाहित रहने का फैसला किया है ताकि वह उन नेताओं के नक्शेकदम पर चल सकें जिन्होंने खुद का घर बसाने के बजाय राजनीति और लोकतंत्र को बचाने को प्राथमिकता दी है।
और पढ़ें...
ADVERTISEMENT